अयोध्या। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे लेकिन पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी और पूर्व केन्द्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी के इस मौके पर मौजूद रहने की संभावना क्षीण है।
सिंह ने शनिवार को लखनऊ में घोषणा की कि वह भूमि पूजन कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए चार अगस्त को अयोध्या पहुंच जाएंगे। बाबरी विध्वंस के आरोपी वयोवृद्ध भाजपा नेता ने कहा कि बाबरी मस्जिद को ढहाने में उनकी कोई भूमिका नहीं है और उनके राजनीति षडयंत्र के तहत फंसाया गया है। उन्होने कहा कि मेरी अंतिम इच्छा है कि मै जीते जी राममंदिर देख सकूं।
इस बीच बाबरी विध्वंस की एक और आरोपी उमा भारती ने ट्वीट किया कि वह समारोह में भाग लेने के लिये चार अगस्त को अयोध्या पहुंच जाएंगी। हालांकि पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और डा मुरली मनोहर जोशी के भूमि पूजन कार्यक्रम में भाग लेने को लेकर अब तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
हालांकि मेहमानों की सूची में भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कई बड़े नेता और संत शामिल है। इनमें लालकृष्ण आडवाणी, डा मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, साध्वी रितंभरा, विनय कटियार और डा राम विलास वेदांती शामिल है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट ने मंदिर आंदाेलन के दौरान पुलिस फायरिंग में मारे गए कोठारी बंधुओं समेत कई कारसेवकों के परिजनों को भूमि पूजन कार्यक्रम का न्योता भेजा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पांच अगस्त की दोपहर राम मंदिर के लिए भूमि पूजन और शिलान्यास करेंगे। इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास समेत कई वरिष्ठ नेता, संत और ट्रस्ट के सदस्य मौजूद रहेंगे।
प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद नरेन्द्र मोदी पहली बार अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि का दौरा करेंगे। वह भूमि पूजन कार्यक्रम से पहले रामभक्त हनुमान की आज्ञा लेने प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर भी जाएंगे।