सबगुरु न्यूज-सिरोही। लॉक डाउन के दूसरे दिन जिले में प्रशासन जबरदस्त मुस्तैद दिखा। जिले की सभी तहसीलों के शहरी और कस्बाई क्षेत्रों में सवेरे से ही सभी प्रतिष्ठान बंद करवा दिए गए।
आवश्यक सेवाओं के प्रतिष्ठान खुले हैं, जिससे लोगों को खाने-पीने की सामग्री खरीदने में समस्या न हो। बाहर घूमने निकले लोगों के साथ पुलिस काउंसलिंग भी कर रही है तो अकारण तफरीह के लिए बाहर निकले लोगों के साथ सख्त भी है। ऐसे हठधर्मियों के लिए डंडे और थाने में बैठाने का विकल्प भी खुला हुआ है।
-बाहर निकलें नहीं, निकलें तो ये रखें ध्यान
सिरोही में सवेरे से ही एडीएम, एसडीएम, डीएसपी और पुलिस प्रशासन बाजारों में आ गए। सरजावा दरवाजे पर इन्होंने बैठक करके पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को कोरोना लॉक डाउन को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। प्रशासन का स्पष्ट निर्देश है कि कोई भी व्यक्ति बिना किसी आवश्यक काम के घरों से बाहर नहीं निकले।
आवश्यक काम से घर से निकलना बहुत जरूरी है तो वह अपने मुंह को मास्क या कपड़े से जरूर बांधे। इसके अलावा जहां भी कुछ सामग्री खरीदने जाए वहां पर खडे दूसरे व्यक्ति से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाए रखे। किसी भी स्थान पर पांच से ज्यादा लोग एकत्रित न हों।
-यूं कर रहा है पुलिस और प्रशासन काम
जिले भर में रविवार से ही प्रशासनिक अमला तैनात हो चुका है। रविवार को जनता कफ्र्यू के कारण लोग घरों से नहीं निकले, लेकिन सोमवार होते ही उनका घुमंतु व्यवहार जाग गया। ऐसे में सवेरे ही जिले भर में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी चौराहों, गलियों में आ गए।
जो लोग अनावश्यक घूम रहे थे उनके साथ काउंसलिंग करके समझाया कि किस तरह वह अपने व्यवहार से आम लोगों और अपने परिवार की जिंदगी खतरे में डाल रहे हैं। जो लोग मास्क या रुमाल से चेहरा बांधे हुए नहीं थे उन्हें ऐसा किए बिना बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी। बुजुर्गों से तो किसी भी सूरत में बाहर नहीं निकलने की अपील की। जो अकारण घूमते नजर आया उसके साथ फिर सख्त रवैया भी अपनाया गया।
-सीमाएं की सील
जिले से सटी गुजरात की सीमाएं सील कर दी गई हैं। सार्वजनिक परिवहन के सभी वाहनों को बंद कर दिया गया है, जिससे यात्री इधर-उधर नहीं जा सकें। गुजरात से सटी जिले की सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। प्रशासन ने सभी से अनुरोध किया है कि वह किसी तरह की मूवमेंट नहीं करें। जहां हैं वहीं पर लॉक्ड डाउन की पालन करते हुए सामाजिक जिम्मेदारी निभाएं।
~रात को भी रहा सन्नाटा
रविवार रात नौ बजे बाद भी जिले में सन्नाटा रहा। लेकिन, इक्का दुक्का लोग इवनिंग वाक के बहाने सडक़ पर मंडराने से बाज नहीं। इनमें भी कुछ तो सरकारी कर्मचारी ही थे। बस स्टेण्ड, गोयली चौराहा, सरजावा दरवाजा, अहिंसा सर्किल पूरी तरह से रात को सूने रहे। चौराहों पर लगे हार्डिंगो पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कोरोना से लडने और सावधानी बरतने की अपील लगी हुई है।