आबूरोड (सिरोही)। वनवासी बाहुल्य भाखर क्षेत्र के किसानों को इन दिनों नई फसल के गेहूं सुरक्षित रखने की पीड़ा साफ तौर पर झलक रही है। लॉकडाउन के चलते किसान फसल भंडारण के साधन नहीं खरीद पा रहे।
पहले पड़ी बेमौसम की मार
लॉक डाउन के बाद अंचल के किसानों पर फसल कटाई करते समय बेमौसम बारिश आ जाने से गेहूं की फसल तबाह हुई। वह पीड़ा खत्म ही नहीं हुई कि लॉकडाउन की अवधि बढ़ने से क्षेत्र में यातायात के पहिए थम गए। बाजार जाकर गेहूं भंडारण के साधन लाना नामुमकिन हो गया है।
खुले आसमान तले पड़ी है नई फसल
क्षेत्र में अधिकांश किसानों के आवास कच्चे व झोपड़ी में हैं। ऐसे में खाद्यान्न खुले में पडा है। नई फसल के रूप में पके गेहूं के भंडारण व सुरक्षा के इंतजाम में लॉकनाउन कोढ में खाज जैसा साबित हो रहा है।
पाबा ग्राम पंचायत के रणोरा
गांव के किसान चीनाराम गरासिया ने बताया कि कट्टे, बोरी व कोठी की खरीदारी लॉकडाउन के चलते नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में क्षेत्र के सभी किसान वनवासियों की खेतों में फसल कट जाने के बाद खनिहान में ही पडा है।