अजमेर। राजस्थान में अजमेर स्थित ख्वाजा साहब की दरगाह जियारत के लिए देश के अन्य प्रदेशों से आए और लॉकडाउन के चलते फंसे चार हजार 359 जायरीनों की सूची जिला प्रशासन को सौंप दी गई है।
ये जायरीन जनता कर्फ्यू वाले दिन से ही फंसे हुए हैं और अब लॉकडाउन के दूसरे चरण के चलते इनकी मुसीबतें बढ़ गई है। दरगाह क्षेत्र के विभिन्न गेस्ट हाउसों, होटलों में ठहरे इन जायरीनों के पास अब ना पैसा हैऔर न ही खाने पीने का सामान।
ऐसे जायरीन उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश के बताए जा रहे हैं जिनमें महिला पुरुष, बच्चे, बुजुर्ग, युवा सभी शामिल हैं और अब तीन मई के लॉकडाउन की घोषणा के बाद से विचलित हो चले हैं।
दरगाह कमेटी के सदर अमीन पठान ने फंसे हुए जायरीन की सूची केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को भी भिजवाई है। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात कर जायरीनों को घर पहुंचाने की दर्खास्त करने का आश्वासन दिया है।
इस बीच गरीब नवाज सूफी इंटरनेशनल के शेखजादा जुल्फिकार ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर फंसे जायरीनों को दरगाह कमेटी व अंजुमनों के गेस्ट हाउसों में ठहराने व खाने पीने की व्यवस्था करने की मांग की है।
पत्र में अशोक गहलोत से ये भी कहा गया है कि पच्चीस अप्रेल से शुरू होने वाले रमजान माह के रोजों को देखते हुए फंसे जायरीनों के लिए तत्काल उन्हें घर पहुंचाने का रास्ता निकाला जाए।