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मकान तोड़ने की चेतावनी पड़ी भारी, लोढ़ा ने उघाड़ा नगर पालिका का भ्रष्टाचार
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मकान तोड़ने की चेतावनी पड़ी भारी, लोढ़ा ने उघाड़ा नगर पालिका का भ्रष्टाचार

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मकान तोड़ने की चेतावनी पड़ी भारी, लोढ़ा ने उघाड़ा नगर पालिका का भ्रष्टाचार
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सबगुरु न्यूज-शिवगंज। शिवगंज नगर पालिका को शहर के दादावाडी क्षेत्र की काॅलोनी में करीब 46 मकानों को तोड़ने की चेतावनी भारी पड़ी। इन मकानों में अतिक्रमण करके काबिज हुए लोगों की पैरवी करने पहुंचे पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने अधिशासी अधिकारी भीमसिंह देवल के सामने नगर पालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार के इतने मामले उघाडे कि वह चुप हो गए। वैसे अतिक्रमियों की पैरवी करने पहुंचने पर लोढ़ा पर विपक्षी भी निशाना साध रहे हैं, लेकिन ये वो लोग थे जिन्हें नियमित करने के लिए प्रशासन शहरों के संग अभियान 2013 में कार्रवाई शुरू कर दी गई थी।

शिवगंज नगर पालिका क्षेत्र के बाहरी इलाके में 90 के दशक में नगर पालिका ने एक काॅलोनी काटी थी। इस काॅलोनी के आवेदकों को नगर पालिका ने भूखण्डों का आवंटन शुल्क जमा करवाने के लिए कहा था, लेकिन किसी आवेदक ने आवंटन शुल्क जमा नहीं करवाया। ऐसे में नगर पालिका ने इस काॅलोनी के सभी आवंटियों का आवंटन निरस्त कर दिया। शहर के एकदम बाहर होने और खाली सरकारी जमीन होने पर इन जमीनों पर लोगों ने अतिक्रमण करके मकान बना लिए। इन अतिक्रमणों को बीस साल से ज्यादा हो गए।

पिछली सरकार में प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत स्टेट ग्रांट एक्ट और 2009 तक किए हुए अतिक्रमणों को नियमित करने के निर्देश आए थे। इस काॅलोनी के करीब 46 अतिक्रमियों ने भी इसके लिए आवेदन किया, लेकिन एक तकनीकी पहलू यह था कि यह एक रिहायशी काॅलोनी थी इसके अतिक्रमण नियमन के पट्टे जारी नहीं हो सकते थे। इसके लिए इस काॅलोनी को निरस्त करवाना पड़ता।

संयम लोढ़ा की नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी से हुई वार्ता में बताया कि इन लोगों को पट्टे जारी करने के लिए पूर्व के कांग्रेस बोर्ड ने इस काॅलोनी को निरस्त करने का प्रस्ताव लेकर इसे राज्य सरकार को भेज दिया था, लेकिन भाजपा की सरकार और भाजपा का बोर्ड आने के बाद इस पर आगे कोई काम नहीं हुआ।

इधर, इस काॅलोनी पर अतिक्रमण को लेकर लोकायुक्त से आए निर्देश पर दो महीने से वर्तमान बोर्ड इस काॅलोनी में रहने वाले करीब 46 अतिक्रमियों को मकान खाली करने और मकानों को तोड़ने का नोटिस दे रहे थे। इससे परेशान अतिक्रमी जब लोढ़ा के पास यह समस्या लेकर पहुंचे तो वे इस प्रकरण में चर्चा करने नगर पालिका शिवगंज पहुंचे और वहां पर नियम कायदों की बात करने पर अधिशासी भीमसिंह देवल को नगर परिषद में व्याप्त भ्रष्टाचार की कलई खोली।

इस दौरान पालिका के कांग्रेस पार्षद प्रकाशराज मीणा, महेन्द्र वागेला, अल्पेश माली, फैन्सी देवी सरगरा, पुष्पा रणछोड सेन, एनएसयूआई जिला अध्यक्ष सुरेश राव, ब्लाॅक कांग्रेस के अध्यक्ष हरिश राठौड, नगर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पुखराज परिहार, राजेन्द्र राठौड, पुरूषोत्तम मिनहास, राजकुमार शर्मा, पूर्व पार्षद नारायण सोनी, फुलाराम सुथार, अल्ताफ सिलावट, दलपत मेवाडा, महिला कांग्रेस नगर अध्यक्ष जुली जैन, लक्ष्मी देवासी, खिमचन्द टेलर, खेताराम कुम्हार, बलवीरसिंह, रूश्तम रंगरेज, एनएसयूआई नगर अध्यक्ष मुकेश माली सहित कई गणमान्य नागरिक एवं पीडित परिवार के महिला पुरूष उपस्थित थे ।
-गांधी चैक में चर्चा करो भ्रष्टाचार का आह्वान
भीमसिंह देवल ने लोढ़ा को कहा कि वह लोकायुक्त की निर्देशानुसार नियमानुसार कार्रवाई कर रहे हैं। इस लोढ़ा ने भीमसिंह देवल के कार्यकाल में ही शिवगंज नगर पालिका क्षेत्र में हुए भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की पोल खोलनी शुरू की।

लोढ़ा ने कहा कि आवासीय अनुमतियां देकर शहर में व्यावसायिक निर्माण करवा रहे हैं, सरकारी जमीन पर दुकानें बनवा दी और इसके बाद नगर पालिका नियमों की बात कर रहा है। इस पर ईओ ने कहा कि शहर में ऐसा कुछ नहीं हुआ है तो लोढ़ा ने उन्हें कहा कि वह गांधी चैक में चले और वहां पर इस पर चर्चा करते हैं कि शिवगंज में नगर परिषद के भ्रष्टाचार की क्या स्थिति है। लोढा उए कहा कि तोड्ने है तो क्रोड्पतियोन के अवैसध निर्माण तोडे।
-फिर हुआ निर्णय
करीब दस मिनट तक हुई बहस के बाद भीमसिंह देवल ने कहा कि वह नियमानुसार पट्टे नहीं बना सकते, लेकिन वह इस काॅलोनी को निरस्त करने का प्रस्ताव नगर पालिका बोर्ड में लेकर इन लोगों के पट्टे जारी करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे। लोढ़ा ने इस दौरान आरोप लगाया कि भाजपा बोर्ड बनने के बाद इस काॅलोनी को पट्टे जारी करने को लेकर गंभीर प्रयास नहीं किए।