सिरोही। देश के आकांक्षी जिलों में शामिल सिरोही जिले की विकास के लिए आकांक्षाएं जानने के लिए आए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से स्थानीय विधायक और मुख्यमंत्री के सलाहकार संयम लोढ़ा ने यहां की अधिकांश समस्या का मूल मानव संसाधन की कमी को बताते हुए, नीति आयोग के माध्यम से आकांक्षी जिलों का अलग सेवा कैडर बनाने का अनुरोध किया है। ताकि जो इस काडर में नौकरी के लिए सेलेक्ट हो यहीं काम करे अन्य जिलों में स्थानांतरित नहीं हो पाए।
लोढ़ा ने यहां पत्रकारों से वार्ता के दौरान बताया कि मंगलवार को केंद्रीय मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में उन्होंने मंत्री से कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में माइक्रो इरिगेशन और अदर इन्वेंशन में फाइनेंस का 80-20 का रेशियो किया हुआ है, उन्होंने इसे अन्य कई राज्यों की तरह 60-40 के रेशियो में करने का अनुरोध किया है। जलग्रहण योजना में भी सिरोही समेत कई जिलों के काम स्वीकृत नहीं किए गए हैं, उन्होंने ये स्वीकृत करने का आश्वासन किया है।
लोढ़ा ने बताया कि 2016 में शुरू हुआ डिग्गी निर्माण का कार्य केंद्र सरकार ने 2021 में बन्द कर दिया था, जिससे भी किसानों को बहुत नुकसान हुआ है, इसे भी फिर से शुरू करने का अनुरोध किया है। लोढ़ा ने उनसे अनुरोध किया है कि सिरोही जिला साक्षरता में काफी पीछे है, यहां साक्षरता अभियान के तहत भारत सरकार द्वारा प्रारक नियुक्त किये गए थे, इन्हें हटा लिया गया है। निरक्षरता के कलंक से मुक्ति के लिए कृषि मंत्री से उन्होंने इसका पुनरीक्षण करके फिर से साक्षरता कार्यक्रम शुरू करने की आवश्यकता जताई है।
लोढ़ा ने बताया कि उन्होंने कृषि मंत्री का ध्यानाकर्षण इस बात के लिए भी करवाया कि खाद के लिए सिरोही जिले में कोई रैक पॉइंट नहीं है। जालोर और पाली।पर इसके।लिए निर्भर रहना पड़ता है। उनसे पिंडवाड़ा, सरूपगंज और आबूरोड में रैक पॉइंट बनाने का अनुरोध किया है। लोढ़ा ने बताया कि केंद्रीय मंत्री को नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में किये पिंडवाड़ा से उदयपुर और पिंडवाड़ा से बागरा रेल लाइन सर्वे होने के बाद इस पर काम किये जाने की आवश्यकता जताई।
उन्होंने बताया कि सिरोही के आकांक्षी जिले के रूप में विकसित करने के लिए इनकेअलावा सिरोही जिला मुख्यालय पर केंद्रीय विद्यालय खोलने, सैनिक स्कूल खोलने, सिरोही बायपास के लिए भारत सरकार से धन उपलब्ध करवाने, मनरेगा में मटेरियल कम्पोनेंट 5 प्रतिशत से ज्यादा बढाने और सिरोही-जालोर मार्ग को नेशनल हाइवे में कन्वर्ट करवाने का अनुरोध केंद्रीय कृषि मंत्री से किया।