भोपाल । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गढ़ माने जाने वाली देश की प्रमुख संसदीय सीट भोपाल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा की प्रज्ञा सिंह ठाकुर से लगभग 86 हजार मतों से पीछे चल रहे हैं।
आधिकारिक आकड़ों के अनुसार दोपहर साढ़े बारह बजे तक सिंह 86 हजार पांच सौ से अधिक मतों से पीछे थे। भोपाल में पिछले तीन दशकों से भाजपा जीतती आ रही है। पिछली बार भाजपा के आलोक संजर ने तीन लाख 70 से अधिक मतों से विजय हासिल की थी। भोपाल में भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर की यह बढ़त महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस बीच प्रदेश भाजपा मुख्यालय में जश्न का माहौल है। प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह और अन्य नेता व कार्यकर्ता मुख्यालय में बैठकर एक दूसरे के साथ बधाइयों का आदान प्रदान करते हुए कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन करते हुए देखे गए।
वहीं गुना संसदीय क्षेत्र से एक और वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के कृष्णपाल सिंह से लगभग 53 हजार मतों से पीछे हैं। सिंधिया गुना सीट से वर्ष 2002 से लगातार विजयी होते आ रहे हैं। सिंह पहले कांग्रेस में ही थे और सिंधिया के सहयोगी के रूप में जाने जाते थे।
सीधी में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के पुत्र अजय सिंह भाजपा की वर्तमान सांसद रीति पाठक से लगभग 78 हजार मतों से पिछड़ गए हैं। भाजपा प्रत्याशी की यह बढ़त महत्वपूर्ण मानी जा रही है। सिंह इसके पहले सीधी संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाले चुरहट विधानसभा क्षेत्र से नवंबर दिसंबर में संपन्न विधानसभा चुनाव भी हार गए थे।
मध्यप्रदेश में 29 में से 28 सीटों पर भाजपा आगे चल रही है। एकमात्र छिंदवाड़ा संसदीय सीट से मुख्यमंत्री कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के नत्थन शाह से लगभग 35 हजार मतों से आगे हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाड़ा विधानसभा उपचुनाव लड़ रहे हैं और वे भी बढ़त बनाए हुए हैं।