लखनऊ। देश भर में जारी ‘मोदी तूफान’ के बीच उत्तर प्रदेश में विपक्ष की एकजुटता की धज्जियां उड़ाते हुए भारतीय जनता पार्टी 2014 के इतिहास को दोहराते हुए प्रचंड बहुमत से झोली भर ली।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इर्द गिर्द केन्द्रित रहे इस चुनाव में जनता ने विपक्ष की दलीलों को ठुकराते हुए दिल खोलकर भाजपा पर अपना प्यार लुटाया। एक्जिट पोल के दावों से कहीं बढ़चढ़ भाजपा के पक्ष में परिणाम आये वहीं राज्य की राजनीति में हांशिये पर टिकी कांग्रेस के लिए आज का दिन घोर निराशा लेकर आया।
समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की जुगलबंदी को भी जनता ने सिरे से नकार दिया जबकि राज्य में दो नई नवेली पार्टियों के लिए मोदी की लोकप्रियता अस्तित्व का संकट लेकर सामने आई।
मोदी के तूफान को रोकने के लिए अपनी धुर विरोधी बसपा से हाथ मिलाने की तरकीब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव काे भारी पड़ी जब उन्हे अपने किले बचाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा था।
वर्ष 2014 में खाता खोलने से वंचित रह गई बसपा के लिए आज का दिन फिर भी सुकून भरा था जब उसके उम्मीदवारों ने राज्य की 11 सीटों में से पांच पर जीत हासिल की और छह पर निर्णायक बढ़त बना ली।
लोकसभा चुनाव के जरिये सक्रिय राजनीति में कदम रखने वाली पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का जादू उत्तर प्रदेश में चलता दिखाई नहीं पड़ा और पिछले चुनाव के मुकाबले उसका प्रदर्शन और फीका रहा।
रायबरेली में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन अध्यक्ष एवं कांग्रेस उम्मीदवार सोनिया गांधी ने एक लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भाजपा की स्मृति ईरानी से बड़े अंतर से हराया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लगातार दूसरी बार वाराणसी संसदीय सीट पर रिकार्ड जीत हासिल की। मोदी ने यह सीट चार लाख 79 हजार 505 मतों के अंतर से जीती है। उन्हें कुल छह लाख 74 हजार 664 मत मिले ।
उनकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी गठबंधन की उम्मीदवार शालिनी यादव को एक लाख 95 हजार 159 मत मिले। कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय एक लाख 52 हजार 548 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
यादव परिवार में तकरार के कारण सपा से किनारा कर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की बची खुची उम्मीद फिरोजाबाद में दम तोड़ गई जब उन्हे खुद यहां तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा। इसी तरह कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह की नई नवेली जन अधिकार पार्टी को भी मायूसी का सामना करना पड़ा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के 300 सीटों के आंकड़े को पार करने की व्याख्या करते हुए कहा कि चुनाव परिणाम दर्शाते है कि मतदाताओं ने विपक्ष की नकारात्मक राजनीति को नकार दिया है। योगी ने भाजपा की ऐतिहासिक जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद, देश के विकास और सुरक्षा के मुद्दे को लेकर भाजपा की जीत का श्रेय देश के हर आम आदमी को जाता है।
उन्होने कहा कि भाजपा की ऐतिहासिक जीत का श्रेय उन करोड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं को जाता है जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में रात दिन अथक परिश्रम किया। इस जीत का खाका तैयार करने और उसे मुकाम तक पहुंचाने में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की भूमिका अविस्मरणीय है।
बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में गए अप्रत्याशित चुनाव परिणाम देश की जनता के गले नहीं उतर रहे है और समय आने पर जनता इसका बदला जरूर लेगी। उन्होने कहा कि इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन शुरूआत से ही संदेह के दायरे में थी लेकिन इस बारे में विपक्ष की दलीलों को चुनाव आयोग ने अनसुना कर दिया।
उन्होंने कहा कि योजनाबद्ध तरीके से उत्तर प्रदेश की कुछ सीटों पर उनकी पार्टी के प्रत्याशियों को जिताया गया ताकि भाजपा की जीत पर किसी को संदेह ना हो। अप्रत्याशित चुनाव परिणाम देश की जनता के गले से नीचे नहीं उतर रहे है। जनता आसानी से हार मानने वाली नहीं है और समय आने पर सूद समेत इसका बदला लेगी।
समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के साथ गठबंधन बरकरार रखने की वकालत करते हुए बसपा अध्यक्ष ने कहा कि वह अखिलेश यादव और चौधरी अजित सिंह की आभारी है जिन्होने पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ गठबंधन धर्म निभाया। तीनों ही दलों के वरिष्ठ नेताओं से लेकर छोटे से छोटे कार्यकर्ता ने कड़ी मेहनत के साथ काम किया।
मथुरा में भाजपा उम्मीदवार और फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी ने रालोद के कुंवर नरेन्द्र सिंह से दो लाख से अधिक मतों से चुनाव जीत चुकी थी वहीं रामपुर में भाजपा प्रत्याशी जयाप्रदा को सपा के दिग्गज आजम खां से हार का सामना करना पडा।
मैनपुरी सीट पर सपा उम्मीदवार मुलायम सिंह यादव ने भाजपा के प्रेम सिंह शाक्य को 50 हजार से अधिक वोटों से शिकस्त दी। आजमगढ में एकतरफा मुकाबले में सपा के अखिलेश यादव ने भोजपुरी फिल्मों के सुपर स्टार एवं भाजपा उम्मीदवार दिनेश लाल यादव निरहुआ को बाहर का रास्ता दिखाया।
चंदौली में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा महेन्द्र नाथ पांडेय को जीत मिली जबकि फतेहपुर सीकरी से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर को हार का मुंह देखना पडा। कानपुर में भाजपा के सत्यदेव पचौरी और अकबरपुर से भाजपा के देवेन्द्र सिंह भोले विजयी रहे। गोरखपुर में भाजपा के रविकिशन ने जीत का परचम लहराया।
कन्नौज में सपा प्रत्याशी और मौजूदा सांसद डिंपल यादव अपने निकटतम प्रतिद्धंदी से पिछड रही थी वहीं बदायूं में धर्मेन्द्र यादव भी अपना किला बचाने के लिए संघर्षरत थे। लखनऊ में केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सपा की पूनम सिन्हा को तीन लाख 47 हजार 302 मतों से शिकस्त दी जबकि उन्नाव में साक्षी महराज ने सपा के अरूण शंकर शुक्ल को चार लाख 956 मतों से पराजित किया।
गाेरखपुर लोकसभा सीट पर भाजपा के रवि किशन ने सपा के रामभुआल निषाद को दो लाख 98 हजार 102 मतों से हराया। वर्ष 2018 में हुये उपचुनाव में सपा ने भाजपा से यह सीट छीन ली थी।
सहारनपुर से बसपा के हाजी फजर्लुरहजान ने भाजपा के राघव लखनपाल को 22 हजार 417 मतो से पराजित किया। फर्रूखाबाद से भाजपा के मुकेश राजपूत ने बसपा के मनोज अग्रवाल को दो लाख 21 हजार 702 मतों से पराजित किया जबकि बलिया में भाजपा के वीरेन्द्र सिंह ने सपा के सनातन पाण्डेय को 15 हजार 519 मतों से पराजित किया।
नगीना मेें बहुजन समाज पार्टी प्रत्याशी गिरीश चन्द्र ने भारतीय जनता पार्टी के डा यशवंत सिंह को एक लाख 66 हजार 832 मतों से पराजित किया। अलीगढ से भारतीय जनता पार्टी के सतीश कुमार गौतम बहुजन समाज पार्टी के डा अजीत बालियान को दो लाख 29 हजार 261 मतों से पराजित किया।