पटना। बिहार की चालीस लोकसभा सीटों के लिए सात चरण में हुए मतदान के दौरान लाखों मतदाताओं का पसंदीदा विकल्प नोटा (इनमें से कोई नहीं) रहा।
राज्य निर्वाचन कार्यालय सूत्रों के अनुसार बिहार में वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में 499957 मतदाताओं ने नोटा पर बटन दबाया है। राज्य में सात करोड़ 12 लाख 16 हजार 290 मतदाता हैं, जिनमें से चार लाख 99 हजार 957 मतदाताओं की पसंद नोटा रहा है।
अररिया संसदीय क्षेत्र में 13751, आरा में 11545, औरंगाबाद में 6373, बांका में 2520, बेगूसराय में 12916, भागलपुर में 11696, बक्सर में 4981, दरभंगा में 20421, गया (सुरक्षित) में 13707, गोपालगंज (सु) में 36289, हाजीपुर (सु) में 11973, जहानाबाद में 14360, जमुई (सु) में 29236, झंझारपुर में 4713, काराकाट में 7231, कटिहार में 14094, खगड़िया में 2868, किशनगंज में 11766, मधेपुरा में 11115, मधुबनी में 2494, महाराजगंज में 13350, मुंगेर में 2806, मुजफ्फरपुर में 4374, नालंदा में 2833 और नवादा में 24561 लोगों ने नोटा पर बटन दबाया है।
इसी तरह पश्चिम चंपारण लोकसभा क्षेत्र में 39446, पाटलिपुत्र में 2768, पटना साहिब में 2832, पूर्णिया में 13192, पूर्वी चंपारण में 10590, समस्तीपुर (सु) में 29826, सारण में 21563, सासाराम (सु) में 14244, शिवहर में 3477, सीतामढ़ी में 8850, सिवान में 4716, सुपौल में 5967, उजियारपुर में 12428, वैशाली में 10939 और वाल्मीकिनगर में 271 मतदाताओं ने नोटा को ही पसंद किया है।