अजमेर। राजस्थान की अजमेर संसदीय सीट से कांग्रेस पार्टी की ओर से रिजु झुनझुनवाला को प्रत्याशी घोषित कर दिए जाने के बाद जाट बनाम वैश्य कार्ड के साथ भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर की संभावना है।
कांग्रेस ने वैश्य उम्मीदवार को उतारकर एक बार फिर 1984 की तरह दांव खेला है जब उस दौरान भी कांग्रेस ने बाहरी और व्यवसायी विष्णु मोदी को मैदान में उतारकर चुनाव जीता था। कमोबेश कांग्रेस ने उसी स्थिति को दोहराया है।
कांग्रेस प्रत्याशी रिजु झुनझुनवाला भी कपड़ा व्यवसायी के साथ साथ धनपति है। सभी की निगाहें इस नए चेहरे के साथ साथ उनके पैसे पर टिकी है जिससे कांग्रेस के आलाकमान के साथ साथ नीचे के कार्यकर्ता भी प्रभावित नजर आ रहे है।
भाजपा ने यहां से जाट समाज से आने वाले सांसद सुभाष महरिया को ही पुन: प्रत्याशी बनाया है। इधर, टिकट मिलने के बाद रिजु झुनझुनवाला ने साफतौर पर स्वयं को बाहरी मानने से इंकार करते हुए कहा कि उनका जुड़ाव अजमेर से है। जिले की मसूदा विधानसभा क्षेत्र में उनकी फैक्टरी है और वे क्षेत्र में नियमित कारोबार कर रहे है।
उन्होंने अपनी प्राथमिकताओं में जिले की स्मार्ट सिटी योजना, पेयजल समस्या के स्थायी समाधान की बात कही है। साथ ही पुष्कर एवं दरगाह के विकास को भी अपनी प्राथमिकताओं में शामिल किया है। एक बड़ी बात जो उन्होंने कही है उसमें दरगाह डवलपमेंट बोर्ड के गठन को भी स्वयं की प्राथमिकता में शुमार किया है।
गौरतलब है कि रिजु झुनझुनवाला प्रदेश की पूर्व पर्यटन मंत्री एवं फिल्म अदाकारा रही बीना काक के दामाद है और इसके चलते रिजू की फिल्म अभिनेता सलमान खान के साथ व्यक्तिगत मित्रता है। यही कारण है कि चुनाव के दौरान रिजु के प्रचार में फिल्म कलाकारों का आकर्षण भी देखने को मिल सकता है।
उल्लेखनीय है कि रिजु झुनझुनवाला टिकट मिलने तक अजमेर में कभी भी सार्वजनिक रूप से प्रकट नहीं हुए है। हालांकि उनकी टीम पिछले एक महीने से अजमेर में रहकर रिजु के लिए राजनीतिक जमीन तैयार कर रही है।