नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की एक बार फिर नैया पार लगाकर नरेंद्र मोदी यदि दोबारा प्रधानमंत्री बनते हैं तो वह पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा कर लगातार दूसरी बार इस पद पर पहुंचने वाले तीसरे नेता होंगे।
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु और मोदी के पूर्ववर्ती डॉ मनमाेहन सिंह ही दो ऐसे नेता हैं जो एक कार्यकाल पूरा करने के बाद दूसरी बार प्रधानमंत्री बने। पंडित नेहरु एकमात्र ऐसे नेता हैं जो दो बार पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के बाद फिर से इस पद पर पहुंचे।
इस समय हो रहे सत्रहवें लाेकसभा चुनाव में सफलता हासिल कर मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनते हैं तो वह डॉ मनमोहन सिंह की बराबरी करेंगे। डॉ सिंह 2004 में पहली बार प्रधानमंत्री बने थे जब कांग्रेस के नेतृत्व में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार बनी थी। पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के बाद उन्होंने 2009 में इस गठबंधन की सरकार का फिर से नेतृत्व किया।
सबसे अधिक समय तक प्रधानमंत्री पद पर रहे पंडित नेहरु ने पहले आम चुनाव के बाद पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा कर 1957 में हुए चुनाव के बाद फिर से प्रधानमंत्री पद संभाला। पांच वर्ष का दूसरा कार्यकाल पूरा करने के बाद वह 1962 में फिर प्रधानमंत्री बने लेकिन वह यह कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। उनकी मई 1964 में मृत्यु हो गई थी।
पंडित नेहरु के बाद इंदिरा गांधी सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री पद पर रहीं। वह 1966 में लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु के बाद पहली बार प्रधानमंत्री बनीं। एक वर्ष बाद 1967 के चुनाव में कांग्रेस की जीत के साथ उन्होंने फिर से यह पद संभाला।
कांग्रेस की अंदरुनी कलह के चलते उन्होंने पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा होने से एक वर्ष पहले ही लोकसभा भंग कर 1971 में चुनाव करा दिये। इस चुनाव में उन्हें भारी सफलता मिली और वह फिर से प्रधानमंत्री बनी। इंदिरा गांधी को 1977 के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। वह 1980 में चौथी बार प्रधानमंत्री बनी। इस पद पर रहते ही 1984 में उनकी हत्या कर दी गई थी।
मोदी पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा कर यदि दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने में सफल होते हैं तो ऐसा करने वाले वह पहले गैर कांग्रेसी नेता होंगे। उनकी पार्टी के नेता अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार प्रधानमंत्री बने। वह 1996 में पहली बार प्रधानमंत्री बने लेकिन उनकी सरकार 13 दिन में ही गिर गयी। वह 1998 में दोबारा प्रधानमंत्री बने लेकिन उनकी सरकार 13 महीने ही चल सकी। वाजपेयी 1999 में तीसरी बार प्रधानमंत्री बने लेकिन 2004 में हुए चुनाव में भाजपा सत्ता से बाहर हो गई। इसके बाद डॉ मनमोहन सिंह लगातार दो कार्यकाल प्रधानमंत्री पद पर रहे।
पिछले चुनाव में मोदी के नेतृत्व में भाजपा को भारी सफलता मिली थी और उसे लोकसभा में स्पष्ट बहुमत मिला था। वर्ष 1984 के चुनाव के बाद स्पष्ट बहुमत हासिल करने वाली वह पहली पार्टी बनी थी। भाजपा यह चुनाव भी मोदी के नेतृत्व में लड़ रही है।