लखनऊ। बॉलीवुड के ‘बिहारी बाबू्’ और राजनीतिज्ञ शत्रुधन सिन्हा की धर्मपत्नी पूनम सिन्हा लखनऊ के विकास के वादे के साथ केन्द्रीय गृहमंत्री और भारतीय जनता पार्टी सांसद राजनाथ सिंह की मजबूत चुनौती का सामना करेंगी।
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को पूूनम सिन्हा को गठबंधन प्रत्याशी बनाने की औपचारिक घोषणा की दी। उन्होंने कहा कि मंगलवार को सपा की सदस्यता हासिल करने वाली पूनम लखनऊ में सपा उम्मीदवार होंगी। यादव ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक साजिश के तहत लखनऊ का विकास रोका है। सपा शासनकाल में गोमती रिवर फ्रंट समेत कई बड़ी योजनाओ को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
उन्होंने कहा कि लखनऊ के विकास के वादे के साथ पूनम सिन्हा चुनाव मैदान में है जिन्हे विजय दिलाना यहां के हर नागरिक का दायित्व है। उन्होंने दोहराया कि कि सपा-बसपा और रालोद गठबंधन उत्तर प्रदेश में भाजपा को रोकने में सक्षम है और यह चुनाव परिणाम से पता चल जाएगा।
गौरतलब है कि लखनऊ सीट पर दो दशकों से अधिक समय से भाजपा का कब्जा है। इस सीट के लिये सपा और बसपा अरसे से संघर्ष करती रही है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के 2007 में सक्रिय राजनीति से सन्यास लेने के बाद 2009 में उनके विश्वासपात्र लालजी टंडन यहां सांसद बने जबकि पिछले लोकसभा चुनाव में राजनाथ सिंह यहां से भारी मतों से जीते थे।
इससे पहले मंगलवार शाम कांग्रेस ने आचार्य प्रमोद कृष्णन को प्रत्याशी घोषित किया था जबकि मोदी सरकार में बागी तेवर अख्तियार करने वाले शत्रुधन सिन्हा ने कुछ दिन पहले कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी जबकि उनकी पत्नी पूनम ने सपा का दामन थामने के साथ अपने सियासी सफर की शुरूआत की।
सपा के कद्दावर नेता आजम खां की महिलाओं के प्रति की गई टिप्पणी पर सीधी प्रतिक्रिया देने से बचते हुए यादव ने कहा कि सपा का हर नेता महिलाओं की अस्मिता की रक्षा के लिए कृतसंकल्प है। भाजपा के लोगों ने खां के एक शब्द को पकड़ कर बात का बंतगड़ बना दिया।
भाजपा के लोग इस काम में माहिर हैं। सपा शासनकाल में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस तंत्र को मजबूत किया गया लेकिन अन्य राज्यों के लिए नजीर बनी 1090 सेवा को योगी सरकार ने बंद कर दिया।
संवाददाता सम्मेलन में मौजूद डिंपल यादव ने इस बारे में कहा कि चुनाव के समय छोटी छोटी बातों पर गौर करने की जरूरत नहीं है। भाजपा नेता दयाशंकर ने जब बसपा अध्यक्ष मायावती के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी तब मीडिया ने उसकाे ज्यादा तूल नहीं दिया था।
इसी तरह मेरे और प्रियंका गांधी के खिलाफ भी आपत्तिजनक बयानबाजी को भी तवज्जो नहीं दी गयी। सपा महिलाओं का सम्मान करने वाली पार्टी है और महिलाओं के लिए उसके शासनकाल में शुरू की गई योजनाएं इसका उदाहरण हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंदिर में दर्शन पूजन और दलित के घर भोजन के सवाल पर यादव ने कहा कि योगी की यात्रा की कवरेज करने वाले समाचार चैनलों के खिलाफ वह चुनाव आयोग में शिकायत कर सकते हैं। जब उनको प्रचार के लिए रोका गया है तब उनके निजी कार्यक्रमों को सार्वजनिक किए जाने और उसका प्रचार करने की कोई जरूरत नहीं है।
वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ गठबंधन प्रत्याशी खडा करने के सवाल पर सपा अध्यक्ष ने कहा कि कुछ सीटों पर उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया अंतिम मुकाम पर है और जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी।
लखनऊ में बहुमंजिला होटल होने के भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नाथ पांडेय के आरोप में उन्होंने कहा कि ब्राम्हण होने के नाते उन्हे झूठ बोलने में शर्म करनी चाहिए। उन्हे उस होटल का पता बताना चाहिए ताकि लाल टोपी वाले सपा कार्यकर्ता उसमे कब्जा करने के लिए कूच करें।