सीकर। राजस्थान में सीकर से हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी के प्रत्याशी रहे रमेश खंडलेवाल ने खुद को कांग्रेसी विचाधारा का बताते हुए कहा है कि अगर कांग्रेस पार्टी उन्हें ससम्मान पार्टी में वापस लेती है तो वह कांग्रेस के साथ रहेंगे।
रमेश खंडेलवाल वर्ष 2008 में नीमकाथाना से कांग्रेस के विधायक चुने गए थे। 2013 में वह हार गए इस पर 2018 विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उनका टिकट काट दिया। इस पर खंडेलवाल ने कांग्रेस छोड़ दी और आरएलपी में चले गए। हनुमान बेनीवाल ने उनको नीमकाथाना से टिकट दिया। हालांकि वह हार गए लेकिन उन्हें 25 हजार 620 मत मिले।
खंडेलवाल ने आज कहा कि उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करके यह फैसला लिया है और सभी कार्यकर्ता कांग्रेस विचारधारा के हैं, लिहाजा कांग्रेस अगर उन्हें वापस लेती है तो लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का समर्थन करेंगे। कांग्रेस नहीं लेती है तो आगे की रणनीति तय करेंगे।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव में सीकर जिले में हनुमान बेनीवाल को दो ही सीटों पर मजबूत प्रत्याशी मिले थे। सीकर से वाहिद चौहान और नीम का थाना से रमेश खंडेलवाल को टिकट दिया था। दोनों ने अच्छे वोट लिए, लेकिन वे नहीं जीत पाए। बेनीवाल के भाजपा से गठजोड़ करने के बाद रमेश खंडेलवाल ने पार्टी को अलविदा कह दिया।