जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राजस्थान के सहप्रभारी सुधांशु त्रिवेदी ने कहा है कि कांग्रेस के सांसद ही राहुल गांधी को प्रधानमंत्री की पात्रता के योग्य नहीं मानते हैं।
त्रिवेदी ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि हाल ही में शत्रुधन सिन्हा ने कांग्रेस प्रत्याशी होते हुए भी मायावती और मुलायम सिंह को प्रधानमंत्री पद के योग्य बताया है, इससे जाहिर है कि वह गांधी को प्रधानमंत्री की पात्रता के काबिल नहीं समझते हैं।
उन्होंने कहा कि अब तक महागठबंधन और उनके सहयोगियों के तमाम नेता राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद की पात्रता के लिए उपयुक्त नहीं बताते रहे हैं, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि कांग्रेस के ही एक प्रत्याशी जो पार्टी के स्टार प्रचारक भी हैं, ने एक कदम आगे बढ़कर गांधी को प्रधानमंत्री की पात्रता के काबिल न मानकर किसी और पार्टी के नेताओं को प्रधानमंत्री के काबिल माना है।
त्रिवेदी ने कहा कि सिन्हा मायावती और मुलायम सिंह को प्रधानमंत्री के काबिल बताया है तो इसकी वजह वह परिवारवाद को मानते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की क्षमता पर पार्टी के अंदर से ही सवाल उठ रहे हैं।
त्रिवेदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में उन दो विरोधी विचारधाराओं के बीच गठबंधन हुआ है जो एक दूसरे के जानी दुश्मन माने जाते हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या मायावती जून 1995 में लखनऊ का वह गेस्टहाऊस कांड भूल गई हैं।
क्या उन्होंने उस मामले से सम्बन्धित मुकदमे वापस ले लिये हैं। जमीनी हकीकत यह है कि ये मुकदमे अब भी विचाराधीन हैं। वे गले नहीं मिल रहे हैं, न ही उनके दिल मिल रहे हैं। हकीकत कुछ और है। यह जनता को छलने का प्रयास है।
त्रिवेदी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर की टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि वह योग्यता के स्थान पर जाति देख रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार केंद्रीय योजनाओं को लागू नहीं करके जनता को इसके लाभों से वंचित कर रही है। राज्य में छोटे बड़े काम रुके पड़े हैं। सरकार ने धन की कमी का रोना रोते हुए विकास कार्य ठप कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा राष्ट्रवाद और विकास की राजनीति करती है।