अजमेर। लोकसभा चुनाव के आगाज के साथ अजमेर में भी राजनीतिक पार्टियों के बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। गुरुवार को बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में जिस तर देशद्रोह संबंधी धारा को खत्म करने का ऐलान किया है उसे देखते हुए कांग्रेस को वोट मांगने का हक भी नहीं रहा। इसी तरह कांग्रेस ने जम्मू एवं कश्मीर में सेवा व सुरक्षा बलों की संख्या कम किए जाने की वकालात की है उससे आतंकियों का मनोबल बढेगा।
बीजेपी के अजमेर हलोकसभा संयोजक सुरेश सिंह रावत और पूर्व मंत्री अनिता भदेल ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र को लेकर तीखे तेवर दिखाए। रावत ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को देश बांटने वाला कहा। उन्होंने कांग्रेस पर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा चुनाव आचार संहिता के अनुसार प्रचार कर रही है इसके बावजूद उनके प्रत्याशी को नोटिस दिए जाए रहे हैं।
इसी तरह पूर्व मंत्री एवं विधायक भदेल ने स्वीप कार्यक्रम में बच्चों को जबरन शामिल करने पर प्रशासन को आडे हाथों लिया। पुष्कर के एक कार्यक्रम में बच्चों द्वारा मोदी मोदी के नारे लगाए जाने पर स्कूल को प्राचार्य को निलंबित कर दिया जाना कतई उचित नहीं है। बच्चों ने वहीं नारे लगाए जो उनके हिसाब से सही थे, ऐसे में जांच के नाम पर बच्चों को बयान के लिए तलब करना ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि रही बात चुनाव की तो कांग्रेस प्रत्याशी ने खुद स्वीकार कर लिया है कि भाजपा के शासनकाल में खूब काम करवाए गए हैं। प्रेस वार्ता के दौरान बीजेपी शहर अध्यक्ष शिवशंकर हेडा, देहात अध्यक्ष बीपी सारस्वत, अरविंद यादव, धर्मेन्द्र गहलोत भी उपस्थित रहे।