भुवनेश्वर। ओडिशा में नवरंगपुर लोकसभा सीट से बीजू जनता दल के सांसद बलभद्र माझी ने गुरुवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
माझी ने पार्टी की कार्य पद्धति पर नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री एवं बीजद प्रमुख नवीन पटनायक काे अपना इस्तीफा सौंपा है। बीजद सांसद ने पार्टी पर्यवेक्षक द्वारा नवरंगपुर लोकसभा सीट के लिए संभावित उम्मीदवारों की सूची मुख्यमंत्री को सौंपे जाने के बाद इस्तीफा दिया है।
माझी ने अपना त्याग पत्र सौंपने के बाद पत्रकारों से कहा कि उन्हें लगता है कि पार्टी लोकतांत्रिक तरीके से काम नहीं कर रही है इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि पार्टी पिछले कुछ समय से कई अवसरों पर उन्हें नजरअंदाज कर रही थी।
बीजद प्रमुख ने कल नवरंगपुर, कालाहांडी, बरहामपुर और कोरापुट लोकसभा सीटों के अलावा इन लाेकसभा क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले 28 विधानसभा क्षेत्रों के लिए संभावित उम्मीदवारों को लेकर विचार-विमर्श किया था।
बीजद सांसद ने कहा कि वह सरकारी नौकरी छोड़कर बीजद में शामिल हुए थे और वर्ष 2014 के चुनावों में नवरंगपुर लोकसभा सीट से सफलतापूर्वक चुनाव लड़े थे। माझी ने अपने त्याग पत्र में आरोप लगाया है कि पार्टी में कुछ नेता पटनायक को गुमराह कर रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी का सांसद होने का बावजूद उन्हें पिछले कुछ महीनों के दौरान न तो पार्टी की किसी बैठक में आमंत्रित किया गया और न ही किसी तरह के विचार-विमर्श के लिए आमंत्रित किया गया।
माझी ने कहा कि मुझे उस पार्टी में क्यों बने रहना चाहिए जिसमें सांसद होने के बावजूद मुझे किसी महत्वपूर्ण बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया। बीजद सांसद ने कहा कि उनके और पार्टी प्रमुख के बीच दूरी इसलिए बढ़ गई क्योंकि कुछ लोगों ने उन्हें गुमराह किया था।
माझी ने इस बात से इनकार किया है कि उन्होंने पार्टी द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उनकी जगह पर अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विकास मंत्री रमेश चंद्र माझी को खड़ा किए जाने की संभावना के कारण इस्तीफा देने का निर्णय लिया।
माझी ने कहा कि किसी को पार्टी के उम्मीदवार के रूप में खड़ा करने का फैसला पार्टी प्रमुख के अधिकार क्षेत्र में है और उन्हें इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है। उन्होंने अभी तक किसी और पार्टी में शामिल होने और आगामी चुनाव लड़ने का फैसला नहीं किया है। उन्होंने बताया कि पहले वह अपने निर्वाचन क्षेत्र में अपने समर्थकों से बात करेंगे और उनके सुझाव के अनुसार इस संबंध में कोई निर्णय लेंगे।