वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में गुरुवार को महान स्वतंत्रता सेनानी भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं नमन के साथ-साथ यहां मौजूद जन सैलाब की ओर चारों दिशाओं में बारी-बारी से सिर झुका-झुककर नमन करने के बाद अभूतपूर्व सुरक्षा के बीच ‘भव्य रोड शो’ के साथ अपने चुनावी प्रचार की शुरुआत की।
वाराणसी के सांसद मोदी शाम करीब सात बजे मां गंगा की पूजा-अर्चना और अगले दिन शुक्रवार को शहर के कोतवाल माने जाने वाले बाबा काल भैरव के दर्शन-पूजन के बाद इसी संसदीय क्षेत्र से दूसरी बार चुनावी मुकाबले के लिए नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। यहां सातवें एवं अंतिम चरण में उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल की 13 लोक सभा क्षेत्रों समेत आठ राज्यों के 59 संसदीय क्षेत्रों के साथ 19 मई को मतदान है।
मोदी ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर स्थित इस विश्वविद्यालय के संस्थापक भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं नमन के साथ अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे की शुरुआत की।
फूलों से सजी गाड़ी में सवार प्रधानमंत्री का काफिला ‘मोदी-मोदी, जय-जय श्रीराम और हर-हर महादेव’ के गगन चुंबी नारों के बीच लंका चौराहे से दशाश्वमेध घाट की ओर रवाना हुआ। आगे बढ़ने पर पार्टी कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों ने फूलों की बारिश कर जगह-जगह उनका स्वागत कर रहे हैं। शहर के प्रमुख क्षेत्रों से होते हुए मोदी का रोड शो शाम करीब सात बजे ऐतिहासक दशाश्वमेध घाट पहुंचा, जहां वह विश्वप्रसिद्ध शाम की गंगा आरती में शामिल हुए तथा विधिविधान के साथ मां गांग की पूजा-अर्चना की।
प्रधानमंत्री के रोड शो के करीब सात किलोमीटर लंबे रास्ते अच्छी तरह से सफाई एवं प्रकाश की व्यवस्था की गई है। पूरे रास्ते को सजाया गया। रास्ते में 101 जगहों पर उनके स्वागत के लिए समर्थक पलक पावड़े बिछाये खडे थे। विभिन्न धर्म एवं संस्कृतियों का प्रदर्शन कर उत्सवी माहौल में ‘लघु भारत’ का नजारा दिखाने की कोशिश की गई।
लंका, संत रविदास द्वार मुमुक्षू भवन, असि, भदैनी, शिवाला, सोनारपुरा, मदनपुरा, जंगमबाड़ी, गोदौलिया एवं दशाश्वमेध घाट तक के रास्ते में गुजरे वाले रोड शो में हजारों लोग अपने पारंपरिक पोशोक पहनकर सड़क के दोनों ओर खड़े नजर आए। हजारों लोगों ने अपने मकान की छतों एवं बरामदों पर खड़े होकर मोदी का अभिनंदन किया। वाराणसी के सांसद कभी हाथ जोड़कर तो कभी हाथ हिलाकर उनका अभिवादन स्वीकार करते रहे।
मोदी के चाहने वाले उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी के अलावा जौनपुर, चंदौली, गाजीपुर, मिर्जापुर समेत आसपास के कई लोक सभा क्षेत्रों के लोग यहां पहुंचे। बिहार एवं दूसरे राज्यों के अनेक पार्टी कार्यकर्ता भी चुनाव प्रचार के लिए पहले ही आ गए। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत केंद्र एवं राज्य के सैकड़ों नेता पिछले कई दिनों यहां डेरा डाले हुए हैं।
महामना प्रतिमा को फूलों एवं भगवा से भव्य तरीके से सजाया गया। लंका से दशाश्वमेध घाट तक के रास्ते मोदी की तस्वीरों वाले होर्डिंग एवं भाजपा के झंडों से पाट दिए गए। सजाने के लिए भाजपा के झंडा के रंग के गुब्बारों का भी इस्तेमाल किया गया है। रोड शो के रास्ते में बुनकरों के पारंपरिक मुख्य रिहायशी इलाके एवं मुख्य बाजार, विश्व प्रसिद्ध श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर और शहर की घनी आबादी वाले इलाके हैं।
पुलिस सू्त्रों ने बताया कि सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस के अलावा पीएसी, केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के अलावा घाट पर एनडीआरएफ के जवान तैनात हैं। सुरक्षा के लिए 10 हजार से अधिक जवानों को तैनात किया गया है। कार्यक्रम के रास्ते एवं दशाश्वमेध घाट पर ड्रोन कैमरों की मदद से कड़ी सुरक्षा निगरानी की गई।
रास्ते में पड़ने वाली अनेक ऊंची इमारतों पर सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए। इस प्रकार जल, थल एवं आकाश से सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम किए गए। सुरक्षा में अत्याधुनिक हथियारों से लैश एक बख्तरबंद गाड़ी भी मौजूद थी, जो उनके काफिले के पीछे-पीछे चल रही थी।
मोदी के अपने संसदीय क्षेत्र से दूसरे कार्यकाल के लिए प्रथम चुनावी रोड शो को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह का माहौल नजर आया। वे उनके द्वारा गत पांच वर्षों में अरबों रुपए लागत से सफाई, सड़क, बिजली से लेकर स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी परियोजनाओं को गिनाते हुए बेहतर सांसद एवं प्रधानमंत्री होने दावा करते हैं।
उनका कहना है कि मोदी फिर वाराणसी के सांसद एवं देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। बीएचयू परिसर में हजारों छात्र एवं भाजपा समर्थक दोपहर एक बजे से भी मौजूद थे। मोदी का रोड शो शाम सवा पांच बजे के बाद शुरू हुआ। यह रोड शो दोपहर करीब तीन बजे शुरू होना था।
इससे पहले भाजपा की इवेंट सेल की ओर से यहां सुबह में आयोजित ‘विजय महायज्ञ’ में पाणिनी कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने वैदिक मंत्रोच्चार कर पूजा-अर्चना कर मोदी की मनोकामना पूरी होने की भगवान से प्रार्थना की।
मोदी वर्ष 2014 में वाराणसी संसदीय क्षेत्र से चुनावी मुकाबला जीतने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री चुने गए थे। इससे पहले वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। प्रधानमंत्री रहते वाराणसी लोक सभा चुनाव लड़ने वाले वह पहले राजनेता होंगे। इस वजह से जिला प्रशासन ने सुरक्षा एवं उनके नामांकन को लेकर खास तैयारियां की हैं। जिला मुख्यालय परिसर के रायफल क्लब सभागार में विशेष तौर पर नामांकन केंद्र बनाया गया है।