वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ‘काशी के कोतवाल’ बाब काल भैरव के मंदिर में दर्शन-पूजन कर बाबा का आशीर्वाद लेकर वाराणसी संसदीय क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।
मोदी अपने दो दिवसीय दौरे के अंतिम दिन भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद के साथ करेंगे। इसके बाद वह बाबा काल भैरव मंदिर में विधिविधान के साथ पूजा-आरती के लिए रवाना होंगे।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के अनुसार पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे अपना नामांकन पत्र दाखिल करने जाएंगे। इस अवसर पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन, एआईएडीएमके, नॉर्थ ईस्ट केमोक्रेटिक एलायंस, अपना दल समेत भाजपा के तमाम सहयोगी दलों के शीर्ष नेता मोदी को शुभकामनाएं देने के लिए मौजूद रहेंगे।
नामांकन के अवसर आने वालों में शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, जनता दल (यू) प्रमुख एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री एवं लोक जन शक्ति पार्टी प्रमुख राम विलास पासवान, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल शामिल हैं।
पूजा-पाठ के बाद मोदी जिला मुख्यालय परिसर के रायफल क्लब सभागार में बने विशेष नामांकन केंद्र की ओर रुख करेंगे। रास्ते में वह मलदहिया चौराहे पर लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटले, नरेसर में स्वामी विवेकानंद और कचहरी के पास डॉ भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। तीनों महापुरुषों को पुष्प अर्पित कर नमन करने के बाद नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।
प्रधानमंत्री के नामांकन एवं अन्य कार्यक्रमों के मद्देनजर सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। स्थानीय पुलिस के अलावा पीएसी एवं केंद्रीय अर्द्ध्सैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया है। मतदान स्थल को एसपीजी ने सुरक्षा घेरा में लिया हुआ है। मोदी के यात्रा मार्ग पर पुलिस कर्मियों के अलावा ड्रोन कैमरों की मदद से भी सुरक्षा निगरानी की जा रही है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं रेल मंत्री पीयूष गोयल, पार्टी के उत्तर प्रदेश के प्रभारी एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्र नाथ पांडेय समेत अनेक नेताओं ने नामांकन स्थल का दौरा कर संबंधित अधिकारियों से बातचीत कर सुरक्षा का जायजा लिया।
गौरतलब है कि मोदी ने गुरुवार को करीब सात किलोमीटर लंबा ‘भव्य रोड शो’ करते हुए दशाश्वमेध घाट पहुंचे थे, जहां उन्होंने मां गंगा की पूजा-अर्चना की थी। इसके बाद रात में उन्होंने प्रबुद्धजनों को संबोधित किया था।
मोदी ने 2014 में वाराणसी संसदीय क्षेत्र से चुनावी मुकाबला जीतने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री चुने गए थे। इससे पहले वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। प्रधानमंत्री रहते वाराणसी लोक सभा चुनाव लड़ने वाले वह पहले राजनेता होंगे। इस वजह से जिला प्रशासन ने सुरक्षा एवं उनके नामांकन को लेकर खास तैयारियां की हैं।
वाराणसी में सातवें एवं अंतिम चरण में उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल के 13 लोक सभा क्षेत्रों समेत आठ राज्यों के 59 संसदीय क्षेत्रों के साथ 19 मई को मतदान है। अंतिम चरण के मतदान में उत्तर प्रदेश में पूर्वाँचल के वाराणसी, महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांस गांव, घोसी, सलेपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज शामिल हैं।
अंतिम चरण के चुनाव के लिए गत 22 अप्रेल को अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन का सिलसिला शुरू हो गया था। नामांकन 29 अप्रेल तक दाखिल किए जा सकेंगे। नामांकन पत्रों की जांच 30 अप्रेल को होगी तथा दो मई तक नाम वापस लिए जा सकेंगें।
कांग्रेस ने एक बार फिर पूर्व विधायक अजय राय को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि समाजवादी पार्टी एवं बहुजन समाज पार्टी गठबंधन ने शालिनी यादव को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। यादव कंग्रेस की उम्मीदवार की तौर पर वाराणसी में महापौर का चुनाव लड़ चुकी हैं। वह पिछले दिनों सपा में शामिल हुई थीं।