जयपुर । राजस्थान में दो चरणों में सम्पन्न लोकसभा चनुाव में राज्य की पच्चीस सीटों पर करीब 66 प्रतिशत मतदान हुआ जो पिछले लोकसभा चुनाव से लगभग चार प्रतिशत अधिक हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार के अनुसार लोकसभा चुनाव-2019 के पांचवें चरण के तहत राज्य में दूसरे चरण में बारह सीटों पर सोमवार को सम्पन्न हुए चुनाव में 63़ 78 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इससे पहले लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के तहत राज्य में गत उन्नतीस अप्रैल को पहले चरण में तेरह संसदीय सीटों पर 68़ 17 प्रतिशत मतदान हुआ। इन दोनों चरणों में प्रदेश की पच्चीस सीटों पर लगभग 66 प्रतिशत मतदान हुआ। मतगणना 23 मई को होगी। उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव 2014 में 63.11 प्रतिशत मतदान हुआ था।
कुमार ने बताया कि राज्य में दूसरे चरण में दो करोड़ 30 लाख 68 हजार 744 पंजीकृत मतदाताओं में से लगभग 63.78 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया। इस दौरान सर्वाधिक मतदान श्रीगंगानगर (सुरक्षित) संसदीय सीट पर 74़ 38 प्रतिशत जबकि सबसे कम 55़ 11 प्रतिशत मतदान करौली-धौलपुर (सुरक्षित) संसदीय क्षेत्र में रहा। अभी अंतिम आंकड़े प्राप्त होना शेष है और मतदान में कुछ बढोत्तरी हो सकती है।
दूसरे चरण की शेष सीटों में बीकानेर में 59़ 30, चुरु में 65़65, झुंझुनूं 61़ 87, सीकर 64़ 78, जयपुर ग्रामीण 65़ 02, जयपुर शहर 68़ 14, अलवर 66़ 84, भरतपुर 58़ 83, दौसा 61़ 23 तथा नागौर संसदीय सीट पर 62़ 12 प्रतिशत मतदान हुआ। इससे पहले उन्नतीस अप्रैल को पहले चरण में जिन तेरह सीटों पर चुनाव हुआ उनमें बाड़मेर-जैसलमेर संसदीय सीट पर सर्वाधिक 73़ 12 एवं सबसे कम 62़ 37 प्रतिशत मतदान पाली संसदीय सीट पर हुआ। शेष टोंक-सवाईमाधोपुर में 63़ 21, अजमेर 67़ 10 जोधपुर 68़ 41, जालोर 65़69, उदयपुर 69़ 99, बांसवाड़ा 72़ 81, चित्तौड़गढ 72़17, राजसमंद 64़63, भीलवाड़ा 65़ 49, कोटा 69़ 84 तथा झालावाड़ा-बारां में 71़ 94 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
कुमार ने बताया कि दूसरे चरण के मतदान के बाद ईवीएम-वीवीपैट मशीनों को स्ट्रॉन्ग रूम्स में सुरक्षित रखा गया है। इनके लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि इस बार लोकसभा चुनाव में राज्य में द्वितीय चरण में 25 हजार 656 बैलेट यूनिट, 23 हजार 783 कंट्रोल यूनिट एवं 23 हजार 783 वीवीपेट मशीनों का प्रयोग किया गया। वास्तविक पोल के दौरान 46 बैलेट यूनिट (0.15 प्रतिशत), 40 कंट्रोल यूनिट (0.14 प्रतिशत) एवं 444 वीवीपेट (1.45 प्रतिशत) खराब होने के कारण बदली गई हैं। इस प्रकार बदली गई मशीनों का प्रतिशत नगण्य के समान है, जो आयोग के द्वारा अनुमत सीमा के अंदर ही है।
कुमार ने बताया कि दूसरे चरण के पुनर्मतदान के संबंध में पूर्ण जानकारी आब्जर्वर्स की उपस्थिति में पीठासीन अधिकारी की डायरी, मतदाता रजिस्टर एवं अन्य प्रपत्रों की संवीक्षा के पश्चात प्राप्त होगी जबकि पहले चरण में किसी भी मतदान केन्द्र पर पुनर्मतदान नहीं हुआ था। उल्लेखनीय है कि गत लोकसभा चुनाव-2014 के दौरान पांच मतदान केन्द्रों पर पुनर्मतदान हुआ था।
उन्होंने बताया कि चुनाव आचार संहिता की पूर्ण पालना कराई गई। आचार संहिता के उल्लंघन के संबंध में प्राप्त होने वाली शिकायतों पर तुरन्त कार्रवाई कर स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराना सुनिश्चित किया गया। उन्होंने बताया कि इस दौरान कुछ छिटपुट घटनाओं के अलावा कोई अन्य घटना सामने नहीं आई तथा चुनाव भयमुक्त वातावरण में सम्पन्न हुआ। उन्होंने बताया कि इस दौरान झुंझुनूं, सीकर और अलवर जिले में तीन मतदान कार्मिकों की मौत हो जाने के समाचार मिले हैं।