जोधपुर। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से नाथ संप्रदाय के अनुयायियों को महायोगी गुरु गोरक्षनाथ अक्षय जयंती प्रकटोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं दी।बिरला ने नाथ संप्रदाय द्वारा राष्ट् निर्माण और लोगों की सेवा बाबत योगदान के लिए सहराना की।
बिरला ने संबोधित करते हुए कहा कि नाथ सम्प्रदाय भारतीय समाज का एक मजबूत स्तम्भ रहा है। लंबे समय से भारतीय संस्कृति और मूल्यों की रक्षा करने में अग्रणी भूमिका निभाता रहा है। नाथ संप्रदाय तथा इनके अनुयायी संपूर्ण दुनिया में भगवान शिव के प्रति श्रद्धा एवं भारतीय मूल्यों के प्रति आदर भाव के लिए जाने जाते हैं।
नाथ सम्प्रदाय भारत देश ही भी बल्कि संपूर्ण दुनिया भर में फैला हुआ है। नाथ संप्रदाय के साधु संत योग, शिक्षा, विद्या के माध्यम से निस्वार्थ भाव से जन सेवा कार्य करते रहे हैं।
गुरु गोरखनाथ प्राकट्य दिवस पर लोकसभाध्यक्ष ओम बिड़ला ने राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, जम्मू, आसाम, त्रिपुरा, प.बंगाल, हैदराबाद, मुम्बई, गुजरात, उडीसा, बैंगलूरू, हरियाणा, पंजाब, चेनई, तेलगाना सहित भारतवर्ष के सभी राज्यों के नाथ योगी समाज के प्रमुख बंधुओं के साथ संवाद किया।
विशेष रूप से नाथ योगी समाज की ओर से गोरखनाथ नाथ जी प्राकट्य दिवस वैसाख पूर्णिमा के अवकाश रखने एवं गोरखधंधा शब्द में मीडिया में दुरुपयोग किए जाने पर कानूनी कार्यवाही की मांग की गई।
इस अवसर पर महंत डा. प्रकाश नाथ ने सभी का तहे दिल से शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि हमारी यह मेहनत निश्चित रूप से रंग लाएगी और आने वाले समय में हमारे नाथ संप्रदाय की सकारात्मक दशा और दिशा निर्धारित होगी। उसमें हम सब लोग मिलकर मील के पत्थर साबित होंगे।
इस ऐतिहासिक राष्ट्र स्तरीय वीडियो कांफ्रेंसिंग का संयोजन व संचालन डॉ.विपिन योगी ने किया।महासभा के मीडिया प्रभारी रविन्द्र नाथ योगी के अनुसार समाज के परिजनों ने निम्नलिखित तथ्यों को माननीय अध्यक्ष ओम बिरला के समक्ष स्पष्ट विचार रखे हैं जो इस प्रकार है :-
(1) नाथ समाज को 2021 में जनगणना में शामिल करना।
(2) विश्वविद्यालय एवं अनुसंधान हेतु नाथ समाज के विद्यार्थियों को लाभान्वित करना।
(3) राजनीति एवं बिजनेस में स्थान देना।
(4) राजकीय अवकाश।
(5) नाथ सम्प्रदाय का इतिहास व साहित्य शैक्षणिक संस्थानो में पढ़ाया जाए।
(6) गोरखनाथ प्रकोष्ठ की स्थापना करना।
(7) गौरक्ष जयंती को संपूर्ण भारत में मनाना- वैशाख पूर्णिमा के दिन मानना।
(8) अयोध्या श्री राम मंदिर कमेटी में नाथ समाज का कोई व्यक्ति नामित करना।
(9) गोरख धंधा शब्द को कानूनी रूप से बंद करना।
(10) गोरखनाथ आयोग की स्थापना।
(11) समाधि स्थल हेतु जमीन आवंटन करवाना।
(12) नाथ समाज के परम पूज्य गोरखनाथ जी का साहित्य को हिंदी भाषा में अनुवाद कर समाज के विद्यार्थियों को उपलब्ध करवाना एवं संपूर्ण भारतवर्ष में समाज के निवासी विद्यालयों प्रबुद्ध जनों को अवगत करलाना,सभी राज्यो में गुरु गोरक्षनाथ जी जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल करना।
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