सिडनी । भारतीय ओपनर पृथ्वी शॉ के चोटिल हो जाने के बाद एक बार फिर से निगाहें बल्लेबाज़ लोकेश राहुल और मुरली विजय पर टिक गयी हैं जिन्होंने अभ्यास मैच के चौथे एवं अंतिम दिन शनिवार को दूसरी पारी में बेहतरीन पारियां खेलकर उम्मीद बंधाई लेकिन क्रिकेट आस्ट्रेलिया एकादश के खिलाफ गेंदबाज़ों के महंगे प्रदर्शन ने एडिलेड टेस्ट से पूर्व चिंता बढ़ा दी है।
भारत और सीए एकादश का चार दिवसीय अभ्यास मैच यहां सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर शनिवार को ड्रॉ समाप्त हो गया। सीए एकादश ने अपनी पहली पारी में 151.1 ओवर में 544 का बड़ा स्कोर बनाया। इसके बाद भारत ने दिन की समाप्ति तक दूसरी पारी में 43.4 ओवर तक बल्लेबाजी की और दो विकेट के नुकसान पर 211 रन बनाये। इसमें ओपनिंग जोड़ी राहुल और मुरली ने पहले विकेट के लिये 109 रन जोड़े जबकि हनुमा विहारी 15 रन पर नाबाद रहे।
पहली पारी में केवल तीन रन पर आउट होने वाले राहुल ने इस बार 98 गेंदों में आठ चौके और एक छक्का लगाकर 62 रन की अर्धशतकीय पारी खेली और लय में लौटने के संकेत दिये। वहीं मुरली ने 132 गेंदों में 16 चौके और पांच छक्के लगाकर 129 रन की शतकीय पारी खेली। पहली पारी में ओपनिंग करने उतरे 19 साल के पृथ्वी अभ्यास के तीसरे दिन टखने में चोट के बाद पहले टेस्ट से बाहर हो गये हैं जिसके बाद एक बार फिर ओपनिंग में राहुल और मुरली पर निगाहें टिक गयी हैं।
इससे पहले उम्मीद थी कि पृथ्वी के साथ मुरली या राहुल में किसी को जोड़ीदार उतारा जाएगा। इंग्लैंड दौरे में दूसरे टेस्ट के बाद टीम से बाहर कर दिये गये मुरली के लिये आस्ट्रेलियाई पिचों पर खुद को साबित करने के साथ कोच एवं कप्तान को प्रभावित करने का भी यह अच्छा मौका है। वह हाल ही में भारत ए की ओर से न्यूजीलैंड में खेले थे।
अभ्यास मैच के आखिरी दिन सुबह सीए एकादश ने पारी की शुरूआत कल के छह विकेट पर 356 रन से आगे बढ़ाते हुये की थी। उस समय हैरी नीलसन 56 रन और आरोन हार्डी 69 रन पर नाबाद थे। दोनों ने पारियों को आगे बढ़ाते हुये सातवें विकेट के लिये 180 रन जोड़ डाले और भारतीय गेंदबाज़ों को पसीना बहाने पर मजबूर किया। नीलसन ने 170 गेंदों की पारी में नौ चौके लगाकर अपने अर्धशतक को शतक में बदला और 100 रन बनाये जबकि हार्डी ने 141 गेंदों में 10 चाैके और एक छक्का लगाकर 86 रन बनाये।
भारत के लिये दिन का पहला विकेट तेज़ गेंदबाज़ इशांत शर्मा ने निकाला और हार्डी को विकेटकीपर रिषभ पंत के हाथों कैच कराकर मेजबान टीम का सातवां विकेट निकाला। इसके बाद डेनियल फालिंस ने भी नौवें नंबर पर अच्छी बल्लेबाजी की और 65 गेंदों में सात चौके जड़ते हुये उपयोगी 43 रन बनाये। एक छोर पर टिके हुये नीलसन को फिर कप्तान विराट कोहली ने उमेश यादव के हाथों कैच कराकर अहम विकेट निकाला।
स्टार बल्लेबाज़ विराट इस विकेट को हासिल कर काफी खुश और हैरान भी दिखाई दिये लेकिन उन्होंने विपक्षी टीम के सबसे बड़े स्कोरर नीलसन को आउट कर सीए एकादश की रन गति पर ब्रेक लगाया। इसके बाद फालिंस को रविचंद्रन अश्विन ने बोल्ड कर नौंवा विकेट हासिल किया जबकि जैकसन कोलमैन को जसप्रीत बुमराह ने बोल्ड कर मेजबान टीम की पारी समेट दी। ल्यूक रॉबिंस 38 रन बनाकर नाबाद रहे।
भारतीय बल्लेबाज़ों ने जहां दूसरी पारी में भी संतोषजनक प्रदर्शन किया वहीं गेंदबाज़ों को पसीना बहाना पड़ा और वह चौथे दिन भी महंगे साबित हुये। शमी 97 रन देकर तीन विकेट ले सके। कल किफायती रहे अश्विन ने दूसरे दिन काफी रन दिये और कुल 122 रन पर उन्हें दो विकेट मिले। उमेश ने 113 रन देकर एक और इशांत ने 73 रन पर एक विकेट लिया।
दिलचस्प रहा कि विराट विशेषज्ञ गेंदबाज़ों में सबसे किफायती रहे जिन्हें 7 ओवर में 27 रन पर एक विकेट भी मिला। बुमराह ने भी सात गेंदों में बिना कोई विकेट दिये एक विकेट हासिल किया। विराट की अगुवाई में भारतीय टीम अब एडिलेड रवाना होगी जहां छह दिसंबर से आस्ट्रेलिया के खिलाफ उसका पहला टेस्ट होगा।