स्टॉकहोम। इस साल का साहित्य का नोबेल पुरस्कार अमरीका की चर्चित कवयित्री लुईस ग्लुक को प्रदान किया जाएगा। कवयित्री की खासियत अदभुत आवाज में निरालेपन से काव्य पढ़ने की कला है जो खूबसूरती के साथ व्यक्तिगत अस्तित्व को सार्वभौमिक बनाती है।
रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने गुरुवार को एक बयान जारी करके इस पुरस्कार की घोषणा की। वर्ष 1943 में न्यूयॉर्क में जन्मीं प्रोफसर ग्लुक को पुलित्जर समेत कई विशिष्ट पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। वह न्यू हेवन के कनेक्टीक स्थित येल यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी की प्रोफेसर हैं।
वर्ष 1968 में उनकी पहली पुस्तक ‘फर्स्टबाॅर्न ’ प्रकाशित हुई थी और उन्होंने शीघ्र ही समकालीन अमरीकी साहित्य की अति विशिष्ट हस्तियों में स्थान बना लिया। उन्हें वर्ष 1993 में पुलित्जर और वर्ष 2014 में नेशनल बुक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
प्रोफेसर ग्लुक पुनर्जन्म, हीलिंग, मौत आदि गहन विषयों पर लिखती रहीं हैं। समीक्षकों का कहना है कि कवयित्री की रचना दुख, दर्द और एकाकीपन से सराबोर होने के साथ-साथ नवीनीकरण की उम्मीद भी जगाती है।