जयपुर। राजस्थान में लव जिहाद के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। मुस्लिम युवक छद्म हिन्दू नाम रखकर हिन्दू लड़कियों को फसा रहे हैं। इसके बाद लड़कियों पर कथित दबाव बनाकर मतांतरण और देहशोषण किया जा रहा है। पिछले सप्ताह के दो केसों में एक जैसी बात पाई गई, दोनों ने अपना नाम बदलकर युवतियों से सम्पर्क किया।
ऐसे ही पिछले दिनों उदयपुर और राजसमंद जिले में दो अलग-अलग प्रकरण सामने आए हैं। इन दोनों प्रकरणों में मुस्लिम युवकों ने अपना नाम बदलकर सम्पर्क किया। हिन्दू लड़कियों को बहला-फुसलाकर अपने चंगुल में फंसाया, इसके बाद मतांतरण के लिए भारी दबाव डाला। युवकों के मुस्लिम होने की सच्चाई जब सामने आई तो मामला पुलिस तक पहुंचा।
युवतियों ने लव जिहादी युवकों के विरुद्ध पुलिस में प्राथमिकी दर्ज करवाई। जानकारों की मानें तो लव जिहाद के बढ़ते प्रकरणों के पीछे सोशल मीडिया की बड़ी भूमिका है। इसी के माध्यम से जिहादी हिन्दू लड़कियों को शिकार बना रहे हैं।
पहला प्रकरण उदयपुर जिले के गींगला थाना क्षेत्र से है, जहां मुस्लिम युवक हनीफ खान ने स्वयं को बाड़मेर निवासी वीरसिंह बताते हुए एक विवाहिता को फोन किया। बातचीत में वह उसे बहलाता-फुसलाता रहा। युवती प्रेमजाल में फंसी तो उसके सामने विवाह का प्रस्ताव रख दिया।
सलूम्बर तहसील निवासी विवाहिता एक बेटी की मां है। उसका पति अहमदाबाद में हलवाई का कार्य करता है। सब कुछ जानते हुए भी जिहादी हनीफ ने युवती को विवाह के लिए राजी कर लिया और तीन साल की बच्ची के साथ युवती को उदयपुर जिले से भगाकर बाड़मेर जिले के भटाला गांव ले गया।
हनीफ ने महिला का कई दिनों तक शोषण किया, लेकिन हनीफ का झूठ महिला ने पकड़ लिया। युवक के मुस्लिम होने का भंडाफोड़ होने के बाद हनीफ व उसके परिजनों ने महिला की बेटी को कब्जे में लेकर जान से मारने की धमकी दी और मत परिवर्तन का दबाव बनाया। महिला को दो महीने तक बंधक बनाए रखा।
यही नहीं हनीफ महिला की तीन साल की मासूम बेटी को भी शारीरिक प्रताडऩा देता रहा। आरोप है कि हनीफ के पिता सहित कई पुरुषों ने उसके साथ सम्बंध बनाने का प्रयास किया। लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद महिला भागकर जैसे- तैसे उदयपुर पहुंची और पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया।
दुर्गावाहिनी की चितौड़ प्रांत सह संयोजिका डॉ. ममता का कहना है कि मुस्लिम युवक स्कूल के समय से ही हिन्दू लड़कियों को टारर्गेट कर लेते हैं। बाद में अपनी बहनों के माध्यम से दोस्ती करके फंसा लेते हैं। इन दिनों लव जिहाद के अधिकांश प्रकरणों का जिम्मेदार सोशल मीडिया है। टिकटॉक जैसे ऐप आदि पर वीडियो देखकर उसके माध्यम से भी लडकियों को फंसाकर मतांतरण कराया जा रहा है।
वहीं दूसरा प्रकरण राजसमंद जिले के देवगढ़ थाना क्षेत्र के लसानी गांव में सामने आया। जहां मुस्लिम युवकों द्वारा एक हिन्दू युवती से बलपूर्वक निकाह करने और मतांतरित कराने के आरोप में पुलिस ने लासानी गांव निवासी रियाज, सुलेमान व अनवर मोहम्मद के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज गिरफ्तार किया है। पुलिस थाने में दर्ज प्रकरण के अनुसार रियाज युवती के घर आया और स्वयं का नाम पिन्टू बताते हुए पानी मांगा। युवक ने बातचीत के बहाने धीरे-धीरे युवती को अपने प्रेम में फंसा लिया और बाद में उसका शोषण करने लगा।
यही नहीं युवक ने अवैध संबंधों की वीडियो क्लिप बनाकर उसे प्रताडि़त करने लगा। इस दौरान अचानक फोन पर बात करते युवक का वास्तविक नाम उजागर हुआ। इसके बाद युवती ने उससे मिलना-जुलना बंद कर दिया लेकिन युवक ने वीडियो क्लिप वायरल करने की धमकी देकर निकाह करने व धर्मांतरण के लिए दबाव बनाना प्रारम्भ किया। पुलिस ने युवती की शिकायत पर मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार किया।
हिन्दू जागरण मंच के ‘बेटी बचाओ आयाम’ प्रांत प्रमुख डॉ. महावीर बताते हैं कि मुस्लिम युवक सोशल मीडिया पर हिन्दू नाम से फेक आईडी बनाकर हिन्दू लड़कियों से चैटिंग करते हैं। धीर-धीरे ब्रेनवॉश करके उन पर तांत्रिक क्रियाएं कराते हैं तथा होटल संचालकों की मिलीभगत से उत्तेजित नशीला पेय पिलाकर वीडिया बना ब्लैकमेल करते हैं।
स्त्रोत: विश्व संवाद केन्द्र, जयपुर