
जयपुर। राजस्थान में कोराना महामारी से निपटने के प्रयासों में भागीदार बनने कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को निकट भविष्य में शासन प्रशासन में हिस्सेदारी का मौका मिलेगा।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महामंत्री एवं राजस्थान प्रभारी अविनाश पाण्डेय ने बताया कि पिछले भाजपा शासन में किसानों पर अत्याचार के खिलाफ लडकर प्रदेश में फिर से कांग्रेस की सरकार लाने में अपनी भूमिका निभाने वाले निष्ठावान कार्यकर्ता अब भी सरकार के कार्यक्रम एवं योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने में लगे हुये है।
पाण्डेय ने बताया कि कोरोना महामारी के खिलाफ राज्य सरकार के प्रयासों में निष्ठावान कार्यकतओं ने भी मदद देकर पीडितों को राहत पहुंचाने का बडा काम किया है। इन कार्यकर्ताओं के प्रयासों को पार्टी आलाकमान बहुत महत्वपूर्ण मान रही है तथा इन्हें शासन प्रशासन की समितियों में स्थान दिलाने का प्रयास कर रही है। उन्होने सत्ता एवं संगठन में उच्च पदों पर बैठे नेताओं से भी अपेक्षा की है कि वे इन कार्यकर्ताओं के योगदान को महत्व दे।
मंत्रिमंडल सदस्यों के रिपोर्ट कार्ड के बारे में पूछे प्रश्न का जवाब देते हुए पाण्डेय ने कहा कि मंत्री पद सेवा के लिए है तथा उनके कामकाज को परखने की आवश्यकता हमेशा से रही है।
उन्होंने कहा कि निष्क्रियता दिलाने वाले मंत्रियों पर भी पार्टी आलाकमान की पूरी नजर है तथा उन्हें समय आने पर अपना पद खोना पड सकता हैं। इसके अलावा गहलोत मंत्रिमंडल में पांच रिक्त पदों को भरने का काम भी उचित समय पर होगा। इनमें सरकार को समर्थन देने वाले बसपा से छोडकर कांग्रेस में आये विधयक और निर्दलीय विधायको का सम्मान भी पार्टी को रखना हैं।
सत्ता एवं संगठन में बेहत्तर तालमेल का दावा करते हुए पाण्डेय ने कहा कि सभी फैसलों में पार्टी में आम राय रही है तथा कांग्रेस को मजबूत करने के मुद्दे पर कोई दो राय नहीं है। पाण्डेय ने कहा कि नेतृत्व को लेकर भी कोई परेशानी नहीं है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना से निपटने में न केवल प्रशासनिक क्षमता साबित की बल्कि अपने सुझावों, प्रयोगो से केन्द्र सरकार को भी सहयोग किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी गहलोत के कामकाज की तारीफ कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के सामने अभी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की अहम जिम्मेदारी है, लेकिन प्रदेश की जनता को यह भरोसा है कि कांग्रेस शासन में उन्हें संकट का सामना नहीं करना पडेगा।
पाण्डेय ने कहा कि सरकार के प्रति भरोसा न सिर्फ जनता को बल्कि विपक्षी दलों को भी हैं। गहलोत ने ही विपक्षी नेताआं को एक मंच पर लाकर कोरोना के खिलाफ लडाई में सकारात्मक माहौल बनाया।
भारतीय जनता पार्टी द्वारा अस्थिर करने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए पाण्डेय ने कहा कि लोकतंत्र में चुनी हुई सरकार को हटाने से किसी भी दल को कोई फायदा नहीं होता बल्कि दुबारा जनता के बीच जाने जाने पर उसे जबाव देना मुश्किल होता है। प्रदेश में ऐसे किसी भी प्रयास का मुकाबला करने के लिए कार्यकर्ता पार्टी के साथ खडा है।
विचारधारा के टकराव के बारे में पूछे गये प्रश्न पर पाण्डेय ने कहा कि गहलोत ने बहुत सख्ती के साथ कांग्रेस की विचारधारा को देश के सामने रखा है। उन्होंने कहा कि श्री गहलोत ने यह साबित भी किया कि लोकतंत्र में विकास के लिए सबके सहयोग की जरूरत है लेकिन विचारधारा को जनता के सामने रखना भी महत्व का काम है।