लुधियाना। पंजाब के लुधियाना नगर निगम चुनाव में कांग्रेस ने कुल 95 वार्डों में से 62 में जीत हासिल करते हुए निगम से अकाली दल-भाजपा गठबंधन को बाहर का रास्ता दिखा दिया।
निगम की सभी सीटों पर 24 फरवरी को चुनाव हुआ था। इस बार निगम में तिकोना मुकाबला रहा। कांग्रेंस ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ा तथा अकाली दल, भाजपा, लोक इंसाफ पार्टी और आम आदमी पार्टी के अलावा निर्दलीय भी मैदान में थे। चुनाव प्रचार के दौरान हिंसा की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर प्रचार शांतिपूर्वक संपन्न हो गया।
मतगणना के बाद जिला चुनाव अधिकारी सह उपायुक्त प्रदीप कुमार अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस ने निगम की 95 सीटों में से 62 लेकर बहुमत हासिल किया है। वार्ड 44 के दो बूथों (दो तथा तीन ) पर कल पुनर्मतदान हुआ। अकाली दल 11 सीटें, भाजपा 10 सीटें, लोक इंसाफ पार्टी सात और आम आदमी पार्टी ने एक सीट पर जीत हासिल की। चुनाव में निर्दलीयों ने चार सीटों पर कब्जा किया है।
अग्रवाल ने बताया कि सुबह मतगणना नौ बजे शुरू होकर दोपहर तक शांतिपूर्वक संपन्न हो गई। उन्होंने सहयोग के लिए जिला चुनाव अधिकारी, चुनाव टीम, पुलिस का धन्यवाद दिया।
ज्ञातव्य है कि गत दिसंबर में अमृतसर, पटियाला आैर जालंधर निगम के चुनाव में तीनों में ही कांग्रेस ने परचम लहराया।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लुधियाना निगम चुनाव में कांग्रेस की जीत पर खुशी जताते हुये कहा कि लोगों ने सरकार की जनपक्षीय नीतियों का समर्थन किया है। उन्होंने इस जीत का श्रेय केबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा, सांसद रवनीत बिट्टू समेत नेताओं और कार्यकर्ताअों को दिया है।
मुख्यमंत्री ने चुनाव में पार्टी के समर्थन के लिए लुधियाना के लोगों का आभार जताते हुए कहा कि 95 सीटों में से 62 सीटें कांग्रेस की झेाली में डालकर लोगों ने एक साल पुरानी कांग्रेस की नीतियों तथा कार्यक्रमों पर मोहर लगा दी है।
उन्होंने कहा कि अब जनता विपक्ष के बहकावे में नहीं आने वाली। पहले विधानसभा, गुरदासपुर लोकसभा उपचुनाव और उसके बाद चारों निगम चुनावों में कांग्रेस को बहुमत के साथ जिता कर अकाली दल तथा आम आदमी पार्टी को आइना दिखा दिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ और निकाय मंत्री नवजोत सिद्धू ने भी जनता का आभार जताते हुए कहा कि कांग्रेंस राज्य के विकास को आगे बढ़ाएगी तथा लोगों के अधूरे कामों को पूरा किया जाएगा।