जयपुर। साल 2020 का पहला चंद्र ग्रहण पर सुपरमून को लेकर पूरे देश भर के लोगों में उत्सुकता बनी हुई है। चंद्र ग्रहण 10 जनवरी को लगने जा रहा है। यह चंद्र ग्रहण शुक्रवार रात तकरीबन 10 बजकर 37 मिनट पर होगा। इस ग्रहण की अवधि 4 घंटे से भी अधिक रहेगी। चंद्र ग्रहण की रात को कई लोगों में सुपरमून देखने की तलब अभी से जाग रही है। हालांकि इसके लिए उन्हें थोड़ा इंतजार करना होगा। इस तारीख को रात में चांद निकलेगा जरूर, लेकिन ये ‘सुपरमून’ नहीं होगा। यह एक वलयाकार चंद्र ग्रहण होगा।
कब दिखता है सुपरमून
चंद्र ग्रहण के दौरान सुपरमून का बनना एक खगोलीय घटना है। इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी के सबसे करीब होता है और दूध की तरह चमकता है। सबसे करीब होने वाला चंद्रमा पेरिगी मून (363300 किमी) है, और सबसे दूर वाली स्थिति को अपोगी (405500 किमी) कहा जाता है। चांद के इस स्थिति में आने में अभी चार दिन का ढाई दिन का वक्त बाकी है। एस्ट्रोलॉजर रिचर्ड नॉले का कहना है कि साल 2020 में ऐसे दो चंद्र ग्रहण होंगे जब हम सुपरमून को पृथ्वी के अलग-अलग हिस्सों से देख सकेंगे। नॉले के अनुसार, साल 2020 में 9 मार्च को होने वाले चंद्र ग्रहण के वक्त आसमान में पूरा चांद देख सकेंगे। सुपरमून देखने का अगला मौका 8 अप्रैल को इसी साल आएगा।
इस चंद्रग्रहण की अवधि 4 घंटे से भी अधिक रहेगी
साल 2020 में कुल 6 ग्रहण लगने वाले हैं जिसमें से चार चंद्र ग्रहण और दो सूर्य ग्रहण होंगे। इस वर्ष का पहला चंद्र ग्रहण 10 जनवरी को लगने वाला है। इस ग्रहण की अवधि 4 घंटे से भी अधिक रहेगी और इसकी शुरुआत 10 जनवरी की रात को 10 बजकर 37 मिनट से हो जाएगी। यह ग्रहण 11 जनवरी की रात 2 बजकर 42 मिनट पर समाप्त होगा। इस साल का पहला चंद्र ग्रहण भारत में देखा जा सकेगा। इसके अलावा ये आकाशीय घटना यूरोप, एशिया, अफ्रीका और आस्ट्रेलिया महाद्वीपों में भी नजर आएगा। 10 जनवरी के बाद अगला चंद्र ग्रहण 5 जून, 5 जुलाई और फिर 30 नवंबर को पड़ेगा।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार