वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के भारत अध्ययन केंद्र में वर्ष 2021-21 शैक्षिक सत्र से हिंदू स्टडीज विषय में स्नातक का कोर्स शुरु होने की संभावना है।
विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉ0 राजेश सिंह ने सोमवार को बताया कि भारत अध्ययन केंद्र द्वारा प्रस्तावित स्नातक (एमए) हिन्दू स्टडीज विषयक महत्त्वपूर्ण पाठ्यक्रम कला संकाय प्रमुख की अध्यक्षता में काशी एवं देश-विदेश के प्रमुख आचार्यों के बोर्ड ऑफ स्टडीज ने सर्वसम्मत से पास कर दिया। यह कोर्स विश्वविद्यालय में सत्र 2021-22 से विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध होने की प्रबल सम्भावना है।
उन्होंने बताया कि हिंदू धर्म के वैशिष्ट्य एवं परम्परा पर आधारित इस पाठ्यक्रम में मुख्य रूप से तत्व एवं प्रमाण विमर्श, वादपरम्परा एवं शास्त्रों के अर्थ निर्धारण की पद्धति, पाश्चात्य ज्ञानमीमांसा, रामायण, महाभारत, स्थापत्य, लोकवार्ता, हिंदू कला, नाट्य, एवं भाषा विज्ञान, सैन्य विज्ञान आदि विषय रखें गये हैं।
उन्होंने बताया कि बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक में प्रो. रामनाथ झा (जेएनयू), प्रो. नचिकेता तिवारी, (आई.आई.टी., कानपुर), प्रो. कमलेश दत्त त्रिपाठी, प्रो. ब्रजकिशोर स्वाई (उड़ीसा), प्रो. विंध्येश्वरी प्रसाद मिश्र, प्रो. मालिनी अवस्थी, प्रो. प्रद्युम्न शाह, प्रो. विमलेन्द्र कुमार, प्रो. सच्चिदानन्द मिश्र, प्रो. विजय शंकर शुक्ल, निदेशक, इं.गा.रा.क. केन्द्र, वाराणसी, प्रो. राकेश उपाध्याय, प्रो. केशव मिश्र, विभागाध्यक्ष, इतिहास विभाग, सामाजिक विज्ञान संकाय, डॉ. अर्पिता चटर्जी उपस्थित विद्वानों ने गम्भीर विचार-विमर्श के बाद पाठ्यक्रम पर अपनी संस्तुति दी।