जयपुर। श्री माधव सेवा समिति जयपुर में निर्धन, असहाय, और समाज के वंचित वर्ग के बच्चों को शिक्षा एवं संस्कार देने के उद्देश्य से जयपुर की सेवा बस्तियों में माधव संस्कार केन्द्र चला रही है।
मंगलवार को संत रैदास जयन्ती पर ऐसे ही पांच केन्द्रों के बच्चों का सामूहिक कार्यक्रम हसनपुरा के तलाई वाले हनुमान मन्दिर पर सम्पन्न हुआ। जिसमें बच्चों ने बेटी बचाओं बेटी पढाओं जैसे विषयों पर लघु नाटक सहित अनेक मन मोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के राजस्थान क्षेत्र के सेवा प्रमुख शिवलहरी ने कहा कि जिस प्रकार रैदास जी ने समाज को एक सूत्र में बांधने का काम किया था। हमें भी समाज को एक सूत्र में बांधने का काम करना होगा।
उन्होंने कहा की हम भी एक बने, श्रेष्ठ बने जो की हम अपने कार्य के द्वारा ही बन सकते है। रैदास जी की कवितांए संस्कार और प्रेरणा देने वाली है। हमें भी उनके जीवन से प्रेरणा लेते हुए समाज हित में किये कार्यो का अनुसरण करते हुए विघटित समाज को पुनः एक सूत्र में बांधना होगा। रैदास जी बडे तत्वज्ञाता थे, जिसके कारण ही मीरा बाई भी उनकी शिष्या बनी।
कार्यक्रम में हसनपुरा के तीन, हटवाडा एनबीसी और पंचवटी के एक-एक केन्द्रों ने भाग लिया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाले बच्चों को पुरस्कार प्रदान किए गए।