भोपाल। केंद्रीय नेतृत्व की ओर से मध्यप्रदेश में विपक्ष की भूमिका निभा रहे दल भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद की कमान हासिल करने वाले युवा नेता एवं सांसद विष्णुदत्त शर्मा की छवि तेजतर्रार और जुझारू नेता की है।
49 वर्षीय शर्मा वर्तमान में खजुराहो से सांसद हैं और प्रदेश महामंत्री की भूमिका भी निभा रहे हैं। शर्मा का जन्म एक अक्टूबर 1970 को मुरैना जिले के सुरजनपुर गांव में हुआ है। अपनी प्रारंभिक और हाईस्कूल तक की शिक्षा मुरैना जिले में हासिल करने के बाद शर्मा ने ग्वालियर के कृषि महाविद्यालय से कृषि स्नातक की शिक्षा हासिल की। वे कृषि से स्नातकोत्तर भी हैं। हालांकि वे छात्र राजनीति के दौरान महाकौशल अंचल खासतौर से जबलपुर में काफी सक्रिय रहे। वे परिषद के कार्यकर्ताओं के बीच ‘वीडी भाईसाहब’ के रूप में विख्यात हैं।
वर्ष 2013 में भारतीय जनता पार्टी में विधिवत प्रवेश करने वाले शर्मा अगस्त 2016 से प्रदेश महामंत्री की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। वे वर्ष 1986 में विद्यार्थी परिषद में सक्रिय हुए थे और वर्षों तक इससे जुड़कर युवाओं की टीम न सिर्फ मध्यप्रदेश में बल्कि देश में अन्य स्थानों पर भी तैयार की है। वे वर्ष 1995 से 2013 तक पूर्णकालिक प्रचारक रहे और वर्ष 2013 से 2018 तक भाजपा में प्रचारक रहे।
विद्यार्थी परिषद में अनेक महत्वपूर्ण दायित्व सालों तक संभालते रहे शर्मा नेहरू युवा केंद्र संगठन के उपाध्यक्ष भी रहे हैं। युवा और तेजतर्रार छवि के नेता माने जाने वाले शर्मा को लेकर मई 2019 के लोकसभा चुनाव में चर्चा थी कि उन्हें भोपाल या विदिशा से टिकट मिल रहा है, लेकिन पार्टी के अंदर कथित विरोध के चलते ऐसा नहीं हो पाया और उन्हें पार्टी ने खजुराहो से टिकट दिया और वे सांसद भी चुने गए।
राजनीतिक प्रेक्षकों के अनुसार शर्मा की नियुक्ति को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पसंद के तौर पर भी देखा जा रहा है। हालांकि उनके समक्ष राज्य में 15 वर्षों तक सत्ता में रही भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के बीच समन्वय बैठाना बड़ी चुनौती रहेगी। पंद्रह वर्षों बाद दिसंबर 2018 में भाजपा राज्य की सत्ता से बाहर हुई है और विपक्ष में आने के बाद इसके मद्देनजर शर्मा को अनेक चुनौतियों से भी रूबरू होना होगा।