भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बने मध्यप्रदेश के कोलारस और मुंगावली विधानसभा उपचुनाव में कांटे की टक्कर के बीच आखिरकार विजय का परचम कांग्रेस को ही नसीब हुआ और तमाम कोशिशों के बावजूद कमल नहीं खिल सका।
कोलारस में कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र यादव ने भाजपा के देवेंद्र जैन को आठ हजार से अधिक मतों से पराजित किया और पार्टी का कब्जा बरकरार रखा। हालाकि पिछले चुनाव की तुलना में कांग्रेस की जीत के अंतर गिरावट आई है। पिछली बार कांग्रेस यहां से लगभग पच्चीस हजार मतों से विजयी हुई थी।
पड़ाेसी अशोकनगर जिले के मुंगावली विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के बृजेंद्र सिंह यादव ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा की बाईसाहब यादव को दो हजार एक सौ से अधिक मतों से शिकस्त दी। यहां भी कांग्रेस की जीत का अंतर पिछली बार की तुलना में काफी कम रह गया है।
सत्तारूढ़ दल भाजपा को इन दो उपचुनावों में पराजय बड़ा झटका इसलिए माना जा रहा है कि क्योंकि सिंधिया के गढ़ माने जाने वाले इन क्षेत्रों में सेंध लगाने के लिए राज्य सरकार के लगभग डेढ़ दर्जन मंत्री, संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी, सांसद, विधायक और हजारों कार्यकर्ता कई दिनों तक चुनावी क्षेत्र में जमे रहे। इसके बावजूद भाजपा, कांग्रेस से सीट छीनने में सफल नहीं रही।
इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के कारण इन दो उपचुनावों को सत्ता के गलियारों में काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था। इसके पहले चित्रकूट और अटेर विधानसभा उपचुनाव में भी भाजपा को कांग्रेस के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा है।
इन लगातार चार पराजयों से जहां भाजपा के प्रदेश नेतृत्व और शिवराज सिंह चौहान सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं, वहीं अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही कांग्रेस को मानो संजीवनी भी मिलना प्रारंभ हो गई हो।
कोलारस अौर मुंगावली में विजय के सूत्रधार वरिष्ठ नेता सिंधिया ने कहा कि इस विजय से वे प्रसन्न हैं। यह भाजपा के धनबल, बाहुबल और मंत्रीबल पर जनताबल की जीत है। भाजपा के तमाम हथकंडों के बावजूद जनता ने कांग्रेस पर विश्वास जताया, यह निश्चित तौर पर हमारे कार्यकर्ता और हमारे लिए प्रसन्नता की बात है।
विधानसभा में विपक्ष के नेता अजय सिंह ने कांग्रेस की विजय के लिए सिंधिया को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनकी अथक मेहनत और भाजपा को मुंहतोड़ जवाब देने के कारण कांग्रेस की जीत हुई है। कांग्रेस के कार्यकर्ता, विशेषकर कोलारस और मुंगावली के और वहां की जनता को इस जीत का श्रेय जाता है।
सिंह ने भाजपा पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि जनता का भरोसा भाजपा सरकार पर खत्म हुआ है। दो सौ पार का नारा देने वाली भाजपा दो का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कोलारस में कुल 22 और मुंगावली में कुल 13 उम्मीदवार मैदान में थे। कांग्रेस और भाजपा के अलावा शेष की जमानत भी जप्त हो गयी। पिछले विधानसभा चुनाव में कोलारस से कांग्रेस के रामसिंह यादव और मुंगावली से पार्टी के ही महेंद्र सिंह कालूखेड़ा ने जीत हासिल की थी। दोनों के निधन के कारण उपचुनाव हो रहे हैं।
दोनों स्थानों पर उपचुनाव के लिए 24 फरवरी को मतदान हुआ था। कोलारस में 70़ 46 प्रतिशत और मुंगावली में 77.05 फीसदी मत डाले गए थे। कोलारस में दो लाख 44 हजार 457 मतदाताओं में से एक लाख 72 हजार 115 ने वोट डाले। मुंगावली में एक लाख 91 हजार नौ मतदाताओं में से एक लाख 47 हजार 164 ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।