भोपाल। मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड अंचल की मलहरा सीट से कांग्रेस के टिकट पर डेढ वर्ष पहले विधायक चुने गए प्रद्युम्न सिंह लोधी ने आज यहां विधायक पद से त्यागपत्र देने के बाद औपचारिक तौर पर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली।
प्रदेश भाजपा मुख्यालय में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और अन्य नेताओं की मौजूदगी में लोधी ने भाजपा की औपचारिक तौर पर सदस्यता ग्रहण की। चौहान और शर्मा ने विधिवत लोधी का स्वागत किया।
इस मौके पर लोधी ने कहा कि वे क्षेत्र के विकास कार्यों को लेकर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने अपने अंचल की एक सिंचाई परियोजना का जिक्र करते हुए कहा कि इसे चौहान ने आज ही स्वीकृति प्रदान कर दी। यह परियोजना साढ़े चार सौ करोड़ रुपयों की है।
चौहान ने कहा कि राज्य सरकार विकास और जनकल्याण के मुख्य ध्येय को लेकर ही कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड अंचल का विकास भी उनकी प्राथमिकता है। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और प्रदेश अध्यक्ष शर्मा भी इसी अंचल से आते हैं और उनकी भी भावनाओं के अनुरूप इस अंचल का विकास किया जाएगा।
चौहान ने कहा कि लोधी ने विधानसभा की सदस्यता त्याग कर भाजपा का दामन थामा है। यह उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए किया है और उनकी भावनाओं का सम्मान किया जाएगा।
शर्मा ने भी कहा कि लोधी बुंदेलखंड के विकास के लिए भाजपा में आए हैं। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य में पहले के वर्षों में भी काफी विकास हुआ है और आगे भी होगा।
लोधी के त्यागपत्र के बाद विधानसभा में कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 92 से घटकर 91 रह गई है। वर्तमान में भाजपा के 107, बसपा के दो, सपा का एक और चार निर्दलीय विधायक हैं। दो सौ तीस सदस्यीय विधानसभा में अभी तक 24 सीट रिक्त थीं। अब मलहरा सीट और रिक्त होने पर निकट भविष्य में 25 सीटों के लिए विधानसभा उपचुनाव होंगे।
लोधी हाल के दिनों में अनेक अवसरों पर क्षेत्र के विकास को लेकर मुख्यमंत्री चौहान से मिले हैं। माना जा रहा है कि राज्य के कैबिनेट मंत्री एवं बुंदेलखंड अंचल के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह की लोधी की पार्टी में वापसी में महत्वपूर्ण भूमिका रही है।