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मध्यप्रदेश : हनीट्रैप मामले की जांच के लिए गठित SIT में बदलाव - Sabguru News
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मध्यप्रदेश : हनीट्रैप मामले की जांच के लिए गठित SIT में बदलाव

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मध्यप्रदेश : हनीट्रैप मामले की जांच के लिए गठित SIT में बदलाव

भोपाल। मध्यप्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल के गठन के एक दिन बाद आज इसमें बदलाव कर दिया गया। एसआईटी के मुखिया अब अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (काउंटर इंटेलीजेंस) संजीव शमी होंगे।

प्रदेश पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार एसआईटी में आंशिक बदलाव किया गया है। इसके पहले कल पुलिस महानिदेशक विजय कुमार सिंह ने अपराध अनुसंधान शाखा (सीआईडी) के पुलिस महानिरीक्षक डी श्रीनिवास वर्मा की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया था। अब श्री वर्मा के स्थान पर शमी टीम का नेतृत्व करेंगे।

राज्य के पुलिस महानिदेशक की ओर से आज जारी किए गए एक आदेश के मुताबिक संजीव शमी एसआईटी के अध्यक्ष होंगे। इस टीम में इंदौर की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रुचिवर्धन मिश्रा, भोपाल साइबर सेल के पुलिस अधीक्षक विकास शहवाल, इंदौर साइबर सेल के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह, इंदौर क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र सिंह, निरीक्षक नीता चौबे, निरीक्षक मनोज वर्मा और निरीक्षक (पलासिया थाना, इंदौर) शशिकांत चौरसिया शामिल हैं।
आदेश में कहा गया है कि इस विशेष जांच दल में आवश्यकतानुसार अन्य अधिकारियों को नामांकित किया जा सकता है।

इंदौर की पलासिया थाना पुलिस ने नगर निगम के एक अधिकारी हरभजन सिंह को आपत्तिजनक वीडियो के माध्यम से ब्लैकमेल करने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की है, हालांकि इस मामले के सामने आने के बाद नगर निगम की ओर से सिंह को निलंबित भी किया जा चुका है। वहीं पुलिस ने इस आपराधिक प्रकरण में अभी तक भोपाल से तीन महिलाओं के अलावा इंदौर से दो महिलाओं और एक पुरुष को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी महिलाएं अधिकारी से उसके वीडियो वायरल करने की धमकी देकर रुपए मांग रही थीं।

आरोप है कि इन महिलाओं ने पिछले वर्षों के दौरान अनेक वरिष्ठ अधिकारियों, राजनेताओं और अन्य प्रभावशाली लोगों को हनीट्रैप के जरिए फंसाया और उनके आपत्तिजनक वीडियो बनाए। इन वीडियो के नाम पर कथित तौर पर संबंधित लोगों को जमकर ब्लैकमेल किया गया। ब्लैकमेल के जरिए धन ऐंठने, मनमाफिक सरकारी काम कराने और स्वयंसेवी संगठनों के लिए कार्य हासिल करने संबंधी आरोप सामने आए हैं।

अभी तक इस मामले की जांच इंदौर की पलासिया थाना पुलिस कर रही थी और उसने आरोपी महिलाओं के कब्जे से लगभग चौदह लाख रुपए नगद, अनेक मोबाइल फोन, इलेक्ट्रानिक उपकरण और अन्य सामान जब्त किया है। इन इलेक्ट्रानिक उपकरणों में दर्जनों अश्लील और आपत्तिजनक वीडियो होने की जानकारी सामने आई है।

मामले में भोपाल निवासी श्वेता विजय, श्वेता स्वपनिल, बरखा भटनागर, आरती दयाल और मोनिका यादव के अलावा एक पुरुष वाहनचालक को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से अनेक महिलाओं का सत्ता के गलियारों में काफी प्रभाव था और इनकी कुछ नेताओं तथा अधिकारियों तक सीधी पहुंच थी।

इस बीच प्रदेश पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि इंदौर के पलासिया थाने में 17 सितंबर को एक फरियादी की शिकायत पर दर्ज किए गए अपराध से संबंधित घटना की जांच व पर्यवेक्षण के लिए पुलिस मुख्‍यालय द्वारा गठित एसआईटी (विशेष जांच दल) में अपरिहार्य कारणों से आंशिक बदलाव किया गया है।

पुलिस महानिदेशक विजय कुमार सिंह ने अब अतिरिक्‍त पुलिस महानिदेशक काउंटर इंटे‍लीजेंस संजीव शमी को समिति के अध्‍यक्ष की जिम्‍मेदारी सौंपी है। पूर्व में पुलिस महानिरीक्षक अपराध अनुसंधान डी श्रीनिवास वर्मा को समिति का अध्‍यक्ष बनाया था।

पुलिस महानिदेशक ने इंदौर के पलासिया थाने में दर्ज इस आपराधिक प्रकरण से संबंधित हर पहलू की बारीकी से जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

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