भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार जारी सियासी उठापटक के बीच देर शाम संपन्न हुयी कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद पार्टी नेताओं ने दावा किया कि सरकार को कोई खतरा नहीं है और वह विधानसभा में बहुमत साबित कर देगी।
बैठक के बाद राज्य के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा और प्रदेश कांग्रेस की मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने पत्रकारों से चर्चा में दावा किया सरकार को कोई खतरा नहीं है। इन दोनों नेताओं ने दावा किया कि बेंगलूरु में जो कांग्रेस विधायक हैं, वे मुख्यमंत्री के संपर्क में हैं।
शर्मा ने मुख्यमंत्री के संबोधन के हवाले से कहा कि कांग्रेस विधायकों को यह कहकर ले जाया गया था कि सिंधिया को राज्यसभा में भेजने के लिए दबाव बनाया जाएगा। लेकिन बाद में उन विधायकों से त्यागपत्रों पर धोखा देकर दस्तखत करवा लिए गए। जब विधायकों को यह बताया गया कि उन्हें भाजपा में शामिल होना है, तो वे इस बात से रुष्ट हो गए।
शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के पास विधायकों की पर्याप्त संख्या है। जब विधानसभा में बहुमत साबित करने की नौबत आएगी, तब सभी कांग्रेस विधायकों को सदन में आना होगा और वे सरकार के पक्ष में मतदान करेंगे।
बैठक के बाद बाहर निकले विभिन्न विधायकों ने मीडिया से कहा कि सभी पार्टी विधायक एकजुट हैं और मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ हैं। बताया गया हैं कि मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में विधायकों से सभी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए कहा।
बताया गया है कि बैठक में 90 से अधिक कांग्रेस विधायक शामिल हुए हैं। इसके अलावा निर्दलीय बैठक भी सम्मिलित हुए। बैठक में भाजपा की इस बात के लिए भी भर्त्सना की गई कि वह ‘हार्सट्रेडिंग’ के जरिए चुनी हुई सरकार गिराने का प्रयास कर रही है।
इस बीच मुख्यमंत्री निवास के बाहर सैकड़ों की संख्या में भीड़ भी एकत्रित हो गई, जो मुख्यमंत्री कमलनाथ के समर्थक बताए गए हैं। इस भीड़ ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को गद्दार बताते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी भी की।