भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य के मौजूदा हालातों के लिए भारतीय जनता पार्टी को जिम्मेदार बताते हुए आज कहा कि उसने पिछले चौदह माहों के दौरान कई बार सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया, लेकिन उसे हर बार मुंह की खानी पड़ी।
कमलनाथ ने यहां विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार भी भाजपा के प्रयास वे सफल नहीं होने देंगे। भाजपा जिस तरह से राज्य में लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या करने का प्रयास कर रही है, उसका जनता करारा जवाब देगी।
मुख्यमंत्री ने सभी को होली की शुभकामनाएं देते हुए इस बात पर खेद व्यक्त किया कि उन्हें होली के पावन अवसर पर बैठक के लिए आमंत्रित करना पड़ा और खुशी भी व्यक्त की कि इतनी बड़ी संख्या में उपस्थित हुए।
कमलनाथ ने विधायकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आज हम निराश बिलकुल नहीं है, क्योंकि हमने तो 1977 का वो दौर भी देखा है, जिस समय इंदिरा गांधी भी चुनाव हार गई थीं। उस समय कांग्रेस पर संकट का दौर था। ऐसा लगता था कांग्रेस दोबारा वापस खड़ी नहीं हो पाएगी। लेकिन कांग्रेस और मजबूती के साथ दोबारा खड़ी हुई और उसने कई वर्षों तक राज भी किया।
कमलनाथ ने कहा कि हमने वो दौर भी देखा, जब संजय गांधी को जेल में डाल दिया गया। कांग्रेस के उस संकट के दौर में भी हम इसलिए खड़े रहे कि हमारी कांग्रेस के प्रति निष्ठा, ईमानदारी और समर्पण की भावना थी। आज ऐसा निराशा का दौर तो नहीं है। हम मजबूत स्थिति में हैं। हम असफल भी नहीं हुए हैं। भाजपा पहले दिन से ही हमारी सरकार को अस्थिर करने में लगी हुई थी। उसने इन 14 माह में सरकार को अस्थिर करने के कई असफल प्रयास किए और हर बार मुहं की खाई।
मुख्यमंत्री ने पिछले चौदह माह के लिए माफियाओं के खिलाफ की गई कार्रवाई का जिक्र किया और कहा कि माफियाओं के खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान मेरे ऊपर कई दबाव आए, लेकिन वे माफियामुक्त प्रदेश बनाने के संकल्प के साथ अपने फैसले पर अडिग रहे। भाजपा को यह सब सहन नहीं हुआ और वह माफियाओं के साथ मिलकर तरह-तरह की साजिश रचते रहे।
कमलनाथ ने कहा कि आज हमें अपनों ने ही धोखा दिया, लेकिन वे इस राजनीति में जाना नहीं चाहते। सच्चाई सभी जानते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे तो आज यह सोच रहे हैं कि जिन लोगों को बड़े-बड़े सपने दिखाकर भाजपा वाले साथ ले गए, उनको वे कैसे संतुष्ट करेंगे। यह सच्चाई भी सामने आ रही हैं कि कुछ लोगों को झूठ बोलकर व गुमराह कर साथ ले जाया गया है।
उसमें से कई कांग्रेस के साथ धोखा नहीं करना चाहते थे, वह इस सच्चाई को आज स्वीकार रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि थोड़ा समय का इंतजार कीजिए। सारी स्थिति और सारा सच सबके सामने आएगा। भाजपा के उन हजारों निष्ठावान कार्यकर्ताओं का क्या होगा, जो जमीन संघर्ष कर रहा है और आज पद लेने के लिए दूसरे आ गए।
कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने 14 माह में प्रदेश की जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का निरंतर प्रयास किया। हमारे वचन-पत्र के वादों को पूरा करने का काम किया। विधायक साथियों ने अपने क्षेत्रों की जो-जो समस्याएं बतायीं, उसे तत्परता से करने का प्रयास किया।
मुख्यमंत्री ने विधायकों को विश्वास दिलाया कि जिस संकल्प के साथ हमने प्रदेश में सरकार बनायी थी, वो हम हर हाल में पूरा करेंगे। आप सबका विश्वास और निष्ठा हमारे साथ और कांग्रेस के साथ है। कमलनाथ ने कहा कि उन्हें अपने विधायकों पर और प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता पर पूर्ण विश्वास है कि वो प्रदेश में भाजपा द्वारा जिस तरह लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की जा रही है, उसका वे करारा जवाब देंगे।
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