भोपाल। मध्यप्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री रामपाल सिंह की कथित पुत्र वधु प्रीति के आत्महत्या करने के मामले को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां चरम पर हैं।
विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान ही कांग्रेस सदस्यों ने यह मामला उठाते हुए मंत्री पुत्र गिरजेश और अन्य दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस बात को लेकर हंगामा हुआ और कार्यवाही बाधित रही।
इस बीच रायसेन से मिली खबर के अनुसार जिले के उदयपुर में मंगलवार को मंत्री पुत्र गिरजेश अपने परिजनों और सहयोगियों के साथ श्मशान घाट पहुंचे और प्रीति को अपनी पत्नी स्वीकारते हुए उसकी अस्थि संचय कार्यक्रम में शामिल हुए।
वहीं गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से कहा कि यह घटना दुखद है। मामले की जांच पुलिस कर रही है। इसकी जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेेगी। जांच प्रक्रिया जल्दी ही पूरी की जाएगी।
वहीं नेता प्रतिपक्ष ने मीडिया से चर्चा में आरोप लगाया कि सरकार दोषियों को बचाने में लगी हुयी है। सरकार दोहरे मापदंड अपना रही है। आम लोगों के लिए अलग कानून है और विशेष लोगों के साथ हटकर कार्य किया जाता है।