नयी दिल्ली । मध्यप्रदेश को मातृ-मृत्यु दर में सर्वाधिक प्रतिशत गिरावट, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में सर्वाधिक गर्भवती महिलाओं की पहुंच और इसी अभियान में सर्वाधिक स्वैच्छिक सेवा प्रदाताओं की संख्या के लिए तीन राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार दिये गये हैं।
केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा ने शुक्रवार रात यहां आयोजित एक कार्यक्रम में मध्यप्रदेश को ये पुरस्कार प्रदान किये। मध्यप्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री रुस्तम सिंह ने ये पुरस्कार प्राप्त किये। इस मौके पर एन.एच.एम. मध्यप्रदेश के मिशन निदेशक एस. विश्वनाथन भी उपस्थित थे।
अनुकरणीय स्वैच्छिक सेवा के लिए प्रदेश की निजी क्षेत्र की चिकित्सक डाॅ. माधुरी चंद्रा तथा सेवा में निरंतरता के लिए डाॅ. अलका अग्रवाल और डाॅ. संगीता श्रीवास्तव को भी पुरस्कृत किया गया।
केन्द्र सरकार द्वारा करवाये जाने वाले सैम्पल रजिस्ट्रेशन सर्वे 2014-16 के हाल ही में जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार मध्यप्रदेश में मातृ मृत्यु दर में 48 अंक की उल्लेखनीय गिरावट दर्ज होने पर केन्द्र सरकार द्वारा मध्यप्रदेश को पुरस्कृत किया गया। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में निजी क्षेत्र के चिकित्सकों के सहयोग से प्रसव से पहले जांच एवं उपचार सेवाओं के विस्तार एवं योजना के सक्रिय क्रियान्वयन के लिए भी मध्यप्रदेश की सराहना की गई है।
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य संस्थाओं में सभी नागरिकों के लिए निशुल्क औषधि और मेडिकल जांच, भोजन, परिवहन सुविधाएं उपलब्ध करवायी गयी हैं जिससे संस्थागत प्रसव में वृद्धि हुई है। प्रत्येक जिला स्तर पर माडल मेटरनिटी विंग का निर्माण करवाया गया है तथा मेडिकल कालेजों में आब्स्ट्रेटिक आईसीयू का निर्माण करवा कर जच्चा और बच्चा को उच्च गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवायी जा रही हैं। शासन के इन्हीं प्रयासों के कारण प्रदेश की मातृ मृत्युदर 221 से घटकर 171 हो गयी है।