कोटा। राजस्थान में कोटा की चंबल नदी में एक महिला ने अपने 4 वर्षीय मासूम पुत्र को इसलिए डुबो कर मार डाला कि वह बोल नहीं पाता था और वह उसे अपने पर बोझ महसूस करती थी। पुलिस ने आज इस मामले में मासूम बालक की इस निर्दयी मां को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने बताया कि मध्य प्रदेश के सीमावर्ती नगर श्योपुर की रहने वाली यह महिला दिल अफ़रोज(27) मंगलवार को बस से अपने 4 वर्षीय पुत्र यामीन अंसारी और एक 6 माह की पुत्री के साथ कोटा पहुंची थी। वह एक आटो से दादाबाड़ी थाना क्षेत्र में अधरशिला मस्जिद के पास चंबल नदी पर पहुंची और वहां अपने पुत्र यामीन को नदी में फेंक कर वापस कोटा बस स्टैंड रोड आई और बस में सवार होकर लौट भी गई।
अधरशिला के पास बैठे किशोर पुरा निवासी एक व्यक्ति फिरोज अहमद (57) ने उस महिला को चंबल नदी को जाते हुए देखा था तो उसके साथ दो बच्चे थे लेकिन जब वह वापस लौटी तो उसके साथ गोद में एक ही बच्ची हुई थी तो उसे शक होने पर वह अधरशिला में चंबल नदी के किनारे गया तो वहां एक बालक पानी में उल्टा तैरता हुआ मिला। उसकी सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बालक को निकाला और अस्पताल पहुंचाया जहां उसे मृत घोषित कर दिया।
चौधरी ने बताया कि आसपास के इलाके में लगी सीसीटीवी के आधार पर महिला की शिनाख्त हुई जिसे बाद में कोटा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया जिसने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि उसका यह चार बालक बचपन से ही बोल नहीं पाता था और उसके मुंह से हमेशा लार टपकती रहती। इससे निर्मम माता 28 फरवरी को बस से कोटा आई और इस मासूम को नदी में डुबोकर उसकी आवाज को हमेशा के लिए शांत कर दिया और बस में सवार होकर वापस लौट गई।
चाकूबाजी के मामले में एक बदमाश अरेस्ट
कोटा की साजीदेहड़ा इलाके में एक व्यक्ति को चाकू मारने के मामले में पुलिस नेआरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक (शहर) शरद चौधरी ने आज बताया कि किशोरपुरा थाना इलाके के साजीदेहड़ा में सोमवार की रात्रि को शिव मंदिर के पास रहने वाले एक व्यक्ति अमर लाल ने अपनी मोटरसाइकिल पर बैठे दो युवकों को हटने को कहा तो उस समय तो चले गए लेकिन थोड़ी देर बाद एक बदमाश मुजफ्फर (26) आया और उसने चाकू से वार करके उसे घायल कर दिया। इस मामले में अमर लाल की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने आज आरोपी मुजफ्फर को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी का पुराना अपराधिक रिकॉर्ड भी है।