चेन्नई। मद्रास हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश विजय कमलेश ताहिलरमानी ने मेघालय तबादला किए जाने के मसले पर पुनर्विचार करने का उनका आग्रह अस्वीकार किए जाने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि न्यायमूर्ति ताहिलरमानी ने सुप्रीमकोर्ट कोलेजियम द्वारा उनका आग्रह अस्वीकार किए जाने के बाद पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को प्रेषित किया है और एक प्रति सुप्रीमकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई को शुक्रवार रात भेजी।
मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाले इस कोलेजियम पांच न्यायाधीश हैं और इसने ही न्यायमूर्ति ताहिलरमानी का तबादले की सिफारिश की थी।
कोलिजियम ने 28 अगस्त काे उनका तबादला मेघालय उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश के तौर पर किया था जिसके बाद उन्होंने इस पर दोबारा विचार करने के लिए एक आग्रह किया था।
वह देश में उच्च न्यायालय की सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश है और उन्होंने मद्रास उच्च न्यायालय जैसी बड़ी अदालत से मेघालय उच्च न्यायालय जैसी छोटी जगह भेज दिए जाने के कारण पद से इस्तीफा दे दिया है।
मद्रास उच्च न्यायालय के पांच अस्थायी न्यायाधीशाें को स्थायी किए जाने के मौके पर आयोजित रात्रिभोज में उन्होंने शुक्रवार रात इस्तीफे का निर्णय लिया था।
उन्होंने कहा कि वह एक छोटे उच्च न्यायालय में अचानक तबादला किए जाने से आहत हैं। वह दो अक्टूबर 2020 को सेवानिवृत होने वाली थी।
उच्चतम न्यायालय ने उनके तबादले पर पुनर्विचार के आग्रह को यह कहकर मना कर दिया था कि कोलेजियम ने उनके अभ्यावेदन पर काफी गहराई से विचार किया है और इसमें सभी प्रासंगिक तथ्यों का भी ध्यान रखा है।
इस मामले में पुनर्विचार करने के बाद कॉलेजियम का मत है कि उनकी इस प्रार्थना पर विचार करना संभव नहीं है और वह उन्हें मेघालय भेजे जाने की अपनी 28 अगस्त की अनुशंसा को फिर दाेहराता है।