अजमेर। राजस्थान में कोरोना संक्रमण की चैन तोड़ने के लिए आज से प्रभावी हुए महामारी रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़े की सख्ती का अजमेर में व्यापक असर देखने को मिला।
अजमेर के पुलिस अधीक्षक जगदीश शर्मा के निर्देशों के बाद अजमेर शहर सहित उपखंडों पर भी पुलिस ने बेवजह घूमने वालों के साथ सख्ती की और कई लोगों को क्वारंटीन सेंटर भेजा गया।
अजमेर उत्तर की उपाधीक्षक प्रियंका रघुवंशी की उपस्थिति में क्रिश्चियनगंज थाने के सीआई डॉ. रवीश कुमार ने आनासागर चौपाटी पर कई लोगों की धरपकड़ करते 15 दिन के लिए अजमेर में घूघरा स्थित राजस्व प्रशिक्षण संस्थान पर बनाए गए इंस्टीट्यूट क्वारंटीन सेंटर भेज दिया। साथ ही उनके वाहनों को भी जब्त कर लिया गया।
कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित और पुलिस अधीक्षक जगदीश चन्द्र शर्मा ने भी राजस्व प्रशिक्षण संस्थान का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। अजमेर विकास प्राधिकरण के सचिव किशोर कुमार ने बताया कि क्वारेंटाइन सेन्टर में शाम तक 50 से ज्यादा लोगों को भर्ती किया गया है।
इन सभी को जिला पुलिस ने रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़े में बिना वजह घूमते हुए पकड़ा है। क्वारेंटाइन सेन्टर में सभी की आरटीपीसीआर जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट नेगिटिव आने के बाद ही इन्हें छोड़ा जाएगा। जिनकी रिपोर्ट पॉजीटिव आएगी उन्हें होम आइसोलेट किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि क्वारेंटाइन सेन्टर में रखे गए लोगों को खाने, पीने, सोने, दवा और जांच आदि का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग के साथ भर्ती रखा गया है। उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग के साथ भर्ती रखा गया है।
उन्होंने आमजन से अपील की है कि संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लोगों को घरों में रहना जरूरी है। बेवजह बाहर नहीं निकलें और प्रशासन के प्रयासों में सहयोग करें।