नागौर। नागौर जिले के ताऊसर गांव में बंजारा समाज के पुर्नवास की मांगों को लेकर आज यहां तीसरे दिन भी महापड़ाव जारी रहा वहीं महापड़ाव का नेतृत्व कर रहे सांसद हनुमान बेनीवाल की शनिवार दोपहर तक सरकार के इस पर ध्यान नहीं देने पर हाइवे और रेलवे ट्रेक जाम करने की चेतावनी के बाद यह और तूल पकड़ता जा रहा है।
बेनीवाल के महापड़ाव पर राज्य सरकार को बंजारा समाज की मांगे नहीं मानी गई तो शनिवार को हाईवे जाम करने एवं रेलवे ट्रेक पर धरना देने का ऐलान करने के बाद महापड़ाव पर लोगों का भारी जमावड़ा लग गया है और लोगों का आना जारी है, महापड़ाव कभी भी उग्र रुप ले सकता है।
बेनीवाल ने ट्विट कर प्रदेश की जनता से आह्वान किया था कि शनिवार पूर्वाह्न ग्यारह बजे तक अधिक से अधिक संख्या में नागौर आए और गहलोत सरकार को सबक सिखाएं, जरूरत पड़ी तो लाठी, गोली खाएंगे मगर गरीब बंजारों के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे।
इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए आज ट्वीट कर कहा कि पहले बंजारों के घर उजाड़े, जनता एवं सर्व समाज आपकी कार्यवाही को लेकर आंदोलित हुए फिर आपने कहा पुनर्वास करेंगे, मगर कैसे और क्या करेंगे, यह नही बताया, क्या झूठे आश्वासन देना आपकी कांग्रेस का स्वभाव बन चुका है!
उन्होंने कहा कि बंजारों को घर से बेघर किया गया, जेसीबी चालक जिसकी मृत्यु आपकी सरकार के नुमाइंदों की गाड़ी से हुई, अत्यंत दुःखद है हमे भी गहरा अफसोस है, मगर हमने कभी मरने वाले कि जाति से जुड़ा कोई शब्द नहीं बोला, फिर भी इसे हिन्दू-मुस्लिम का रूप देने का प्रयास किया जा रहे है।
उन्होंने कहा कि बंजारा समाज के घरों पर जब जेसीबी चली और जनता आक्रोशित हुई तो पथराव वाली जगह से एक किलोमीटर दूर जेसीबी चालक की मृत्यु आपके सरकारी नुमाइन्दे की गाड़ी से हुई, फिर निर्दोष गरीबों एवं विधायको को आरोपी क्यों बनाया गया।
उन्होंने कहा कि क्या राजस्थान में उच्च न्यायालय की अवमानना से जुड़ा मात्र यही एक मामला लंबित था क्या, जो बंजारा समाज सालों से रह रहे थे, विभिन्न सरकारों के कार्यकाल में सरकारी पैसों से मकान एवं निर्माण हुए उन्हें तोड़कर बेघर करना पड़ा।
बेनीवाल ने कहा कि क्या नागौर शहर के मध्य आपके प्रशासनिक नुमाइन्दों और भूमाफियों की हिमाकत करने वाले लोगों की मेहरबानी से खादी बोर्ड की जमीन पर अवैध अतिक्रमण करके कब्जा जमाए बैठे एक सरकारी कार्मिक और इस तरह के कई मामलों में शासन का क्या रुख रहेगा।
उन्होंने कहा कि खुद के घर को उजड़ता देख एक बंजारा समाज के लड़के की मृत्यु लाठीचार्ज एवं हृदयाघात से हो गई, उसके लिए आपने एक शब्द भी नहीं बोला, क्या आपकी दिखावे की हमदर्दी केवल प्रेम एवं भाईचारे से रहने वाली दो कौमों में टकराव कराने तक सीमित है।
उन्होंने कहा कि गांधीजी के आदर्शों के अनुयायी बनने का दिखावा कब बंद करोगे, गांधीजी के आदर्शों में सभी वर्गों को समान नजरिये से देखना एवं समान विकास करना था मगर आपने तो गरीबों और अमीरों में फर्क करना शुरु कर दिया, आप प्रजा की बजाय रसूखदारों के सीएम तक सीमित हो गए।
उल्लेखनीय है कि गहलोत ने शुक्रवार को महापड़ाव पर कहा था कि अतिक्रमण उच्च न्यायालय के आदेशों पर हटाया गया था, इस पर बेनीवाल को राजनीति नहीं करनी चाहिए। उधर अतिक्रमण हटाने के दौरान पथराव के मामले में गिरफ्तार बंजारा समाज के 19 लोगों को भी शुक्रवार देर रात रिहा कर दिया गया।