अजमेर। बप्पा रावल ने महाराजा दाहरसेन के बलिदान के पश्चात सिन्ध से लेकर ताशकंद तक अपनी सीमाओं को विस्तार देने के लिए एक परिसंघ बनाया और विदेशी आक्रमणकारियों को चारों दिशाओं से घेर कर समर्पण करवाया। यह बात महर्षि दयानद सरस्वती विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव डॉ सूरज राव ने सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन जयन्ती के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में कही।
स्वामी कॉम्पलेक्स के रसोई बैंक्वट हॉल में भारतीय इतिहास संकलन समिति के सहयोग से सिन्धु मित्र बप्पा रावल विषय पर संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इतिहास को पुनः स्थापित करने की आवश्यकता है जिससे युवा पीढी प्रेरणा ले सके।
संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए डॉ नवलकिशोर उपाध्याय ने कहा कि हरित ऋषि की प्रेरणा से ही देवी उपासना के बाद उसको शक्ति प्राप्त हुई और विदेशी आक्रमणकारियों को सिन्ध खदेड़ा। इसीलिए सिन्धु मित्र कहलाए।
सिन्धु शोधपीठ के निदेशक डॉ लक्ष्मी ठाकुर ने कहा कि ऐसे विषयों की सम्पूर्ण जानकारी व चर्चा के लिए समय समय पर संगोष्ठी और आयोजनों की आवश्यकता जताई ताकि नई पीढी को पूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई जा सके।
अतिथि के रूप में भारतीय सिन्धु सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवलराय बच्चाणी व राजस्थान सिन्धी अकादमी की सदस्य कमला भुटाणी उपस्थित रहे। गोविन्द भारद्वाज ने वीररस की कविता व डॉ जितेन्द्र जोशी ने महाराज दाहरसेन के आहोर विजय पर बप्पा रावल का जुडाव पर जानकारी दी। अशोक मंगलानी और राम मटाई ने भी विचार प्रकट किए।
कवंल प्रकाश किशनानी ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के द्वारा मठाठा, बप्पा रावल की समाधि स्थल के निकट जिला उदयपुर में एक विशाल पेनोरमा का निर्माण करवाया गया जहां महाराजा दाहरसेन का भी उल्लेख किया गया है।
अतिथि परिचय महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कराया और आभार नवीन सोगाणी ने जताया। मंच संचालन विनीता मण्डावरा ने किया। दो मिनट का मौन रखकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस असवर पर प्रहलाद शर्मा, रणधीर सिंह कच्छावा, जीडी वृंदाणी, प्रकाश जेठरा, राधाकिशन आहूजा, नरेश रावलाणी, भवानी थदाणी, महेश टेकचंदाणी, रमेश मेंघाणी, प्रकाश छबलाणी, केजे ज्ञानी, गोविन्दराम जैनाणी, उतम गुरबक्षाणी, वाधवाणी सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
महाराजा दाहरसेन रायफल शूंटिग प्रतियोगिता 23 को
23 अगस्त सुबह 9 बजे से ग्लोबल रोड के पास करणी एकेडमी ग्लोबल कॉलेज में महाराजा दाहरसेन रायफल शूंटिग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। संयोजक विनीत लोहिया ने बताया कि प्रतियोगिता के विजेताओं को 25 अगस्त को आयोजित मुख्य समारोह में सम्मानित किया जाएगा।