अजमेर। धार्मिक नगरी अजमेर में शौर्य उत्सव के रूप में मनाई जा रही महाराणा प्रताप जयंती के उपलक्ष्य में शुक्रवार को नौसर घाटी स्थित महाराणा प्रताप स्मारक पर देशभक्ति से ओत प्रोत ‘हूंकार अखिल भारतीय कवि सम्मेलन’ आयोजित किया गया।
कवियों ने भक्ति भाव और ओजरस से भरपूर रचनाएं प्रस्तुत कर माहौल में जोश भर दिया।लखिमपुर खीरी के आशीष अनल, अजमेर के रासबिहारी गौड़, कानपुर के डॉ. सुरेश अवस्थी, उदयपुर की वीणा सागर और भीलवाड़ा के योगेन्द्र शर्मा अपनी कविताओं के जरिए खूद दाद हासिल की।
आशीष अनल ने कविता अगर चाहने से भारत विश्व गुरू बन जाए…., कानपुर से आए डॉ सुरेश अवस्थी ने जिंदगी का बही खाता प्रेम से भरो साहिब अपने आप से ही सही कुछ तो डरो साहिब…., रास बिहारी गौड़ ने युद्ध बहुत देखे हैं…., वीणा शर्मा सागर ने श्रोताओं की चाहत पर मेरे भाई और बेटों ने तो भारती की सब सीमाएं उबलते रक्त से ही धोई हैं…., भीलवाडा से आए योगेन्द्र शर्मा ने रण का लक्ष्य विजय होता है लाशों का व्यापार नहीं….सरीखी कविताओं से श्रोताओं को वीरों की भूमि के तपोबल का अहसास कराया।
अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिव शंकर हेडा के नेतृत्व में सम्मेलन से पूर्व स्मारक पर दीपदान का आयोजन किया गया। इस मौके पर हेडा ने कहा कि महाराणा प्रताप के जीवन का सबसे बडा संदेश मातृभूमि की सेवा करना है। अजमेर में महाराणा प्रताप स्मारक पर्यटन स्थल के साथ-साथ युवा पीढी के लिए बडी प्रेरणा का स्त्रोत है। महापुरूषों का जीवन लोगों के लिए मार्ग प्रशस्त करता है।
राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस स्मारक का उदघाटन कर लोगों को सुपुर्द किया। इस तरह के स्मारक का ध्येय सिर्फ पूर्वजों का स्मरण करना ही नहीं है बल्कि पीढियों को गौरवशाली इतिहास से जोडना भी है। वीरों के शोर्य की गाथा लोगों तक पहुंचाने के लिए हर साल इस तरह का उत्सव मनाया जाएगा।
कवि सम्मेलन के संयोजक सोमरत्न आर्य और सहसंयोजक सुनील जैन ने सभी व्यवस्थाएं बखूबी संभाली। इस अवसर पर विधायक भागीरथ चौधरी, दैनिक नवज्योति के प्रधान संपादक दीन बन्धु चौधरी, बीजेपी नेता पूर्णाशंकर दशोरा, राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नोति प्राधिकरण के सदस्य कंवल प्रकश किशनानी, राम किशन प्रजापति समेत बडी संख्या में लोग उपस्थित थे।
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