पुणे। भारतीय जनता पार्टी के नेता किरीट सोमैया पर शनिवार को दोपहर कथित रूप से शिवसेना कार्यकर्ताओं ने हमला किया जब वह पुणे नगर निगम के मुख्य भवन के कार्यालय में प्रवेश कर रहे थे।
सोमैया अब संचेती अस्पताल में भर्ती हैं जहां किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं है। निगम परिसर में पहले से मौजूद शिवसैनिकों ने उनके अंदर घुसते ही उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। शिवसैनिकों ने सबसे पहले उन्हें काला झंडा दिखाया और सोमैया का घेराव किया।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि यह शिवसेना की सरकार है, वे कुछ भी कर सकते हैं, लेकिन हम इस संस्कृति को बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस को तुरंत दोषियों की पहचान करनी चाहिए और उन सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करनी चाहिए।
संचेती अस्पताल के प्रबंध निदेशक डा. पराग संचेती ने संवाददाताओं से कहा कि हमने एक्सरे लिया है और आगे की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमने उन्हें एक दिन के लिए निगरानी में रखा है और रविवार को उन्हें छुट्टी दे दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सोमैया का स्वास्थ्य स्थिर है।
पुणे के जंबू अस्पताल के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने के लिए सोमैया पुणे आए हैं। वह अपना आवेदन सौंपने के लिए पुणे नगर निगम कार्यालय गए थे जिसमें उन्होंने जंबू अस्पताल में भ्रष्टाचार में शामिल कुछ लोगों का नाम लिया है।
इस बीच, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने इस घटना की कड़ी निंदा की और कहा कि राज्य में कोई कानून नहीं है। हम एमवीए सरकार के कृत्य की कड़ी आलोचना करते हैं और कहा कि हम इस तरह के अहंकार को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
इस बीच सोमैया ने दावा किया कि पुणे नगर निगम के परिसरों में शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने उन पर उस समय हमला किया, जब वह कोविड-19 अस्पतालों को चलाने के ठेकों में अनियमितताओं के आरोपों के संबंध में वहां गए थे। उन्होंने ट्वीट किया कि पुणे महापालिका के परिसरों के भीतर शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने मुझ पर हमला किया।