पुणे। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोरोना वायरस (कोविड-19) की स्थिति कमोवेश संभलती हुई देख महाराष्ट्र सरकार अब कोरोना वायरस से अत्यधिक प्रभावित पुणे पर अपना ध्यान केन्द्रित कर रही है।
पुणे जिले में बुधवार को 2,613 नए लोग कोरोना से संक्रमित पाये गये और अब तक कोरोना के कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 78,013 हो गई। जिले में अब तक 1,858 मरीजों की मौत हो गई। विपक्ष की आलोचना के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जिले की स्थिति का गंभीरता से संज्ञान लिया है। ठाकरे ने आज पुणे के जिलाधिकारी और मंडल आयुक्तों के साथ बैठकें कीं और स्थिति का जायजा लिया।
ठाकरे अपनी कार स्वयं चला कर मुंबई के बांद्रा स्थित अपने घर मातोश्री से चलकर पुणे पहुंचे। पुणे की हालत मुंबई से भी अधिक चिंताजनक है। यहां मरीजों की संख्या मुंबई से भी अधिक हो गयी है। उनके साथ पुत्र एवं मंत्री आदित्य ठाकरे भी थे। ठाकरे का स्वागत पुलिस प्रमुख और राजस्व विभाग के मंडल आयुक्त ने की।
ठाकरे ने पुणे के जिलाधिकारी, जिला प्रशासन और चिकित्सा अधिकारियों के साथ संभागीय कार्यालय में बैठक की। बैठक में उप मुख्यमंत्री अजीत पवार भी शामिल हुए। ठाकरे ने ससून और नायडू सरकारी अस्पताल का भी दौरा किया। इन दोनों अस्पतालों में कोरोना मरीजों
का इलाज चल रहा है।
इस बीच, पुणे के सांसद गिरीश बापट ने मांग की है कि जिला अधिकारियों को पहाड़ी शहर लवासा को अपने कब्जे मे लेकर क्वारंटीन सुविधा के तौर पर तैयार करना चाहिए।