सांगली। सांगली जिले के तासगांव तहसील में तुरुची फाटा के समीप पति को बंधक बनाकर आठ माह की गर्भवती महिला के साथ 31 जुलाई की रात हुए सामूहिक बलात्कार मामले को राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विजय राहटकर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला पुलिस अधीक्षक सुहेल शर्मा से घटना की जानकारी मांगी है।
राहटकर ने पुलिस से इस मामले मे विस्तृत जानकारी देने और तासगांव पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने और कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है।
तासगांव पुलिस सूत्रों के अनुसार पीड़ित महिला और उसके पति सतारा जिले के मान तहसील में एक होटल के मालिक हैं जिन्हें एक दंपती की होटल के काम के लिए जरूरत थी।
आरोपियों में से एक मुकुंद माने ने 31 जुलाई को पीड़ित महिला के पति को फोन करके कहा था कि वह उनके होटल में काम करने के लिए एक दंपती की व्यवस्था की है जिसके बदले में उसे 20 हजार रुपए चाहिए।
पीड़िता और उसके पति ने 20 हजार रुपए के साथ तुर्ची फाटा के पास मंगलवार की रात पहुंचे थे। मुकुंद और उसके अन्य सात साथियों ने पीड़ित महिला और उसके पति की पिटाई शुरू कर दी। बाद में पीड़िता के पति को उसकी कार में जबरन रोक लिया और महिला को कार से बाहर खींच लिया।
आठ माह की गर्भवती महिला को दूसरे कमरे ले जाया गया और सभी आरोपियों ने कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया। घटना के बाद आरोपियों ने दोनों को वहीं छोड़कर घटनास्थल से भाग गए। पीड़ित दंपती ने तासगांव पुलिस स्टेशन में 8 लोगों के खिलाफ मामले की शिकायत दर्ज कराई थी।
तासगांव पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376, 395, 347, 324, 427, 504 और 506 के तहत मामला दर्ज किया है। अभी तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका।