मुंबई। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भारतीय जनता पार्टी की ओर से सरकार बनाने से असमर्थता जाहिर करने के बाद शिव सेना को सरकार बनाने का न्योता दिया है।
कोश्यारी ने भाजपा के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते शिव सेना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है। राज्यपाल कार्यालय के अधिकारियों के अनुसार शिव सेना को सोमवार शाम साढ़े सात बजे तक सरकार गठन के बारे में को राज्यपाल को बताना है।
नए घटनाक्रम के बाद अब गेंद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पाले में है। सरकार बनाने के लिए शिव सेना को राज्यपाल का निमंत्रण मिलने के बाद राकांपा ने कहा कि वह अपने अगले कदमों के बारे में विचार करेगी।
इस बीच मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने सोमवार से पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने का फैसला किया है। इससे पहले रविवार शाम भाजपा ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने में असमर्थता व्यक्त की।
भाजपा के प्रदेश प्रभारी चंद्रकांत पाटिल ने पत्रकारों से कहा कि इस समय हम सरकार नहीं बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर शिव सेना चाहे तो वह महाराष्ट्र में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ मिलकर सरकार बना सकती है।
उन्होंने कहा कि भाजपा और शिव सेना ने महागठबंधन के बैनर तले एक साथ मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन शिव सेना हमारे साथ नहीं आना चाहती है और उसने जनादेश के साथ विश्वासघात किया है। हमने पहले ही राज्यपाल को बता दिया है कि हम सरकार नहीं बना सकते हैं। अगर शिव सेना कांग्रेस और राकांपा के साथ मिलकर सरकार बनाना चाहती है तो हमारी तरफ से उन्हें शुभकामनाएं।
इसके कुछ देर बाद शिव सेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा कि किसी भी तरह महाराष्ट्र में शिव सेना का ही मुख्यमंत्री होगा। इस बीच राकांपा ने कहा कि वह राज्य में स्थिर सरकार का समर्थन करेगी।