मुंबई। महाराष्ट्र में सियासी संकट गहराता जा रहा है और इस बीच भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस के घर पर विधायक मिलने के लिए पहुंच रहे हैं।
दूसरी तरफ शिव सेना में भगदड़ मची हुई है। एकनाथ शिंदे के साथ कुल 42 विधायक हो गए हैं। यह भी रिपोर्ट है कि शिव सेना के चार और विधायक सूरत से गुवाहाटी जाने की राह में हैं।
शिंदे ने गुवाहाटी के होटल में 42 विधायकों के साथ वीडियो भेजा है जिसमें उनके समर्थक दिवंगत बाल ठाकरे और शिंदे के नाम का नारा लगा रहे हैं।
शिंदे ने कहा कि उन्होंने शिव सेना पार्टी नहीं छोड़ी है, यह उनके विधायकों के नारों से भी स्पष्ट हो रहा है। बागी विधायक बाल ठाकरे के नाम का नारा लगा रहे हैं।
शिवसेना की बैठक में 13 विधायक शामिल हुए
मुंबई में सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने घर मातोश्री में विधायकों की बैठक बुलाई है जिसमें आदित्य ठाकरे समेत 13 विधायक शामिल हुए। इस बीच, बागी विधायक एकनाथ शिंदे के साथ गुवाहाटी में उपस्थित विधायक संजय शिरसाट ने ठाकरे को पत्र लिख कर बहुत सारी शिकायतें की हैं।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि मुख्यमंत्री का सरकारी आवास ‘वर्षा’ का दरवाजा शिवसेना विधायकों के लिए हमेशा बंद रहा जबकि कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायकों के लिए कोई मनाही नहीं थी।
उन्होंने लिखा कि मंत्रालय में भी ठाकरे से मुलाकात नहीं हो पाती थी क्योंकि वह मंत्रालय आते ही नहीं थे। कांग्रेस और राकांपा के विधायकों का काम हो जाता था जबकि शिवसेना विधायकों का काम नहीं होता था जिससे हमें अपने चुनाव क्षेत्र में काम करने में मुश्किल हो रही थी।
शिंदे का दरवाजा हमेशा शिवसैनिकों के लिए खुला रहता था और हम अपनी सारी समस्याएं उन्हें ही बताते थे। उन्होंने कहा कि जब राममंदिर दर्शन के लिए आदित्य ठाकरे गए तब और भी वहां विधायक जाना चाहते थे लेकिन उन्हें रोक दिया गया। शिंदे ने दावा किया है कि शिवसेना के 14 सांसद उनके संपर्क में हैं।