पुणे। महाराष्ट्र के अहमदनगर शहर में उग्र भीड़ द्वारा पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाली भारतीय जनता पार्टी की पूर्व नेता नूपुर शर्मा का समर्थन करने वाले एक युवक पर धारदार हथियारों से किए गए हमले के मामले में पुलिस ने शनिवार को चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने आज बताया कि अहमदनगर जिला मुख्यालय से 222 किलोमीटर दूर कर्जत शहर के अक्काबाई चौक पर एक मेडिकल दुकान के सामने गुरुवार शाम एक समुदाय के कम से कम 14 लोगों ने एक 23 वर्षीय युवक पर तलवार, दरांती, लाठी और हॉकी स्टिक से हमला कर दिया।
पुलिस ने इस मामले में एक दिन पहले दो मुख्य आरोपी सोहेल शौकत पठान और अरबाज कसम पठान को गिरफ्तार किया था। उपमंडल पुलिस अधिकारी अन्नासाहेब जाधव ने अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायालय श्रीगोंडा में पेश किया जहां से उन्हें 10 अगस्त पुलिस में रिमांड भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि अन्य आरोपियों को न्यायालय में पेश कर रिमांड मांगा जाएगा। इनमें एक नाबालिग है। पुलिस ने बताया कि अपराध में प्रयुक्त वाहन को जब्त कर लिया गया है।
पुलिस अधीक्षक मनोज पाटिल ने बताया कि घायल की पहचान प्रतीक उर्फ सनी राजेंद्र पवार के रूप में हुई है। उसके सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में गहरी चोट लगने के बाद उसे अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
पाटिल ने बताया कि सोशल मीडिया पर, निलंबित भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा का समर्थन करने का आरोप लगाने के बाद भीड़ ने पवार पर हमला किया। पुलिस ने चार अगस्त को हुई इस घटना के चार मुख्य आरोपियों को आज गिरफ्तार कर लिया गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी हमले के पीछे के मकसद के बारे में चुप्पी साधे हुए थे क्योंकि जांच अपने शुरुआती चरण में थी। अधिकारी ने कहा कि यह घटना तब हुई जब मामले के शिकायतकर्ता पवार और अमित माने अपने दोपहिया वाहन पर एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे और मेडिकल शॉप के पास एक दोस्त का इंतजार कर रहे थे।
इस बीच दूसरे समुदाय के कुछ लोग दोपहिया वाहनों पर उसके पास पहुंचे। उनके पास तलवार, दरांती और हॉकी स्टिक थी। माने ने शुक्रवार को दायर अपनी शिकायत में कहा कि उनमें से चिल्लाया कर कह रहा था कि उन्होंने नुपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा था तथा कन्हैया लाल की हत्या के बाद इंस्टाग्राम पर एक स्टेटस पोस्ट किया एवं फिर उन पर हमला किया।
गौरतलब है कि जून में नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट साझा करने के लिए उदयपुर में दो लोगों ने कन्हैया लाल की हत्या कर दी थी। पैगंबर पर शर्मा की टिप्पणियों ने कूटनीतिक स्थिति सहित एक बड़ा विवाद पैदा कर दिया और इसके बाद कई लोगों की जान जाने के बाद उच्चतम न्यायालय की ओर से कड़ी टिप्पणी की गई।
हमलावरों ने पवार को धमकी दी कि उसका भी वही अंजाम होगा जो अमरावती केमिस्ट उमेश कोल्हे की हुई थी। कोल्हे की भी हत्या कर दी गई थी। प्राथमिकी के अनुसार, अधिकारी ने कहा कि हमलावरों में से एक ने पवार की आंखों पर हमला किया। कोल्हे की हत्या महाराष्ट्र के अमरावती जिले में सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा का कथित रूप से समर्थन करने के लिए की गई थी। कोल्हे हत्याकांड की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कर रही है।
पवार के घायल होने के बाद माने ने अपने दो दोस्तों को बुलाया और वे पवार को सरकारी अस्पताल ले गए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पवार की आपराधिक पृष्ठभूमि है और उनके खिलाफ दो मामले लंबित हैं। पवार को पहले उनकी आपराधिक गतिविधियों के लिए निर्वासित किया गया था।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि अभी तक जांच के दौरान हमें पवार द्वारा नूपुर शर्मा पर कोई पोस्ट नहीं मिला है। हम फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप सहित उनके सभी सोशल मीडिया अकाउंट की जांच कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पीड़िता की एक समूह के सदस्यों के साथ कुछ पुरानी दुश्मनी थी, जिसके कारण हमला हो सकता है। इस मामले में 14 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।