पाली/सादडी। सेवाभारती ने जिले भर में संचालित बालसंस्कार केन्द्र और सादड़ी नगर की आकाश गंगा कॉलोनी स्थित वाल्मीकि बस्ती में सेवाभारती के कार्यकर्ताओ ने महर्षि वाल्मीकि की जयंती मनाई।
महर्षि वाल्मीकि की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया गया। उपस्थित प्रबुद्धजन देवी लाल कंडारा, गोवर्धनलाल, लालजी भाई, राजू कंडारा, भेराराम, विक्रम, रोशन, ललित वाल्मीकि के अलावा अन्य प्रमुख लोगों के साथ कार्यक्रम में मुख्यातिथि वैद्यराज ललित राठौड, कार्यक्रम अध्यक्ष देवीलाल कंडारा, विशिष्ट अतिथि गिरधारीलाल, मुख्य वक्ता सेवाभारती के प्रांत सह मंत्री विजयसिंह माली ने महर्षि वाल्मीकि पर विस्तृत प्रकाश डाला।
वक्ताओं ने कहा कि वाल्मीकि समाज महर्षि वाल्मीकि के वंशज होने के साथ समाज के श्रेष्ठ स्तर से हैं। मुगलों के अत्याचार के कारण वाल्मीकि समाज ने निम्नस्तरीय कार्य करना स्वीकार किया लेकिन अपना धर्म परिवर्तन नहीं किया।
वाल्मीकि समाज अपने परम वैभव को प्राप्त करने के लिए समाज शिक्षा के साथ मास मदिरा का सेवन त्याग, नशा मुक्त समाज बनाने पर पुरजोर दे। इसके साथ ही उन्होंने वाल्मीकि समाज को अपने पूर्वज महर्षि वाल्मीकि के बताए मार्ग पर चलने की बात कही।
कार्यक्रम में सेवाभारती के कई कार्यकर्ताओं के साथ बस्ती के ज्येष्ठ श्रेष्ठ उपस्थित रहे। समापन के दौरान वाल्मीकि समाज द्वारा मिष्ठान वितरित किया गया। कार्यक्रम में समरस समाज की झलक साफ दिखाई पड़ रही थीं।
इस दौरान सेवाभारती के जिलामंत्री मोहन सोलंकी, सह जिलामंत्री दिनेश लूणिया, अरविंद परमार, कार्यकारिणी सदस्य रमेश रिण्डर, मघाराम हिंगड़,नारायण राईका, चंद्रकांत, किशन लखारा आदि कार्यकर्ता मौजूद थे। सेवाभारती के बालसंस्कार केन्द्रों पर भी महर्षि वाल्मीकि जयंती उल्लासपूर्ण मनाई गई।