उज्जैन। मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में महाष्टमी के अवसर कलेक्टर आशीष सिंह ने प्राचीन पंरपरानुसार विश्वशांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण के लिए बुधवार को देवी एवं भैरव मंदिरों में मदिरा का भोग लगाकर पूजा अर्चना की।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उज्जयिनी के राजा सम्राट विक्रमादित्य के शासनकाल से यह परंपरा चली आ रही है। आज भी यहां महाष्टमी पर्व के मौके पर शासकीय पूजा की जाती है। विश्व शांति एवं सौहर्दपूर्ण के अलावा महामारी की रोकथाम के लिए पूजा की परंपरा है।
महाष्टमी के पर्व पर सुबह कलेक्टर सिंह एवं पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार शुक्ला ने 24 खंबा स्थित महालया एवं महामाया देवी का शासकीय पूजन कर मदिरा का भोग अर्पित किया और प्राचीन समय से निर्धारित 27 किलोमीटर की पदयात्रा की शुरुआत की।
यात्रा मार्ग में आने वाले देवी तथा भैरव के मंदिरों में ध्वजा, चुनरी एवं प्रसाद चढ़ाया गया। इस दौरान पूरे यात्रा मार्ग में मटके से मदिरा की अखंड धार प्रवाहित की गई। इस पदयात्रा में ध्वज, ढोल, शासन के प्रतिनिधि बतौर चौकीदार, पटवारी, तहसीलदार आदि शामिल थे। यह यात्रा शाम को अकंपात मार्ग स्थित हांडीफोड भैरव पर समाप्त हुई।